Uttarakhand की सियासत में Atique Ahmed की Entry

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उत्तराखंड की सियासत में हो गई माफिया अतीक अहमद की एंट्री
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री का सबसे बड़ा बयान
बीजेपी का चुनाव चिन्ह होगा अतीक अहमद !
इस बार अतीक अहमद के नाम पर बोट बटोरने की कोशिश करेगी बीजेपी

यूपी में अतीक अहम को गुजरे अब लंबा वक्त बीत चुका है और लोग धीरे धीरे अतीक अहमद को भूलने लगे हैं लेकिन यूपी के पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में फिर से अतीक अहमद का नाम गूंजने लगा है…और लगता है कि इस पहाड़ी राज्य की राजनीति अब अतीक अहमद के इर्दगिर्द ही घूमने वाली है…क्योंकि इस बार यहां की राजनीति में अतीक की एंट्री हुई है…अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर अतीक का उत्तराखंड में होने वाले चुनाव से क्या लेना देना…तो दरअसल अतीक के नाम की एंट्री हुई है उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के जरिए जिन्होनें बीजेपी पर आरोप लगाए हैं कि इस बार बीजेपी का चुनाव चिन्ह अतीक अहमद होगा…अब हरीश रावत की इस बात के मायने क्या हैं…और हरीश रावत ने और क्या कहा है…अगले कुछ मिनटों में हम इस वीडियो में इन्हीं सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे….बस आप हमारे इस वीडियो को आखिर तक देखते रहें….

दरअसल माफिया अतीक अहमद की हत्या का मुद्दा अब उत्तराखंड में भी चुनावी रूप लेने लगा है क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि इस बार लोकसभा चुनाव में बीजेपी का चुनाव चिन्ह अतीक अहमद होगा, क्योंकि भाजपा के पास कोई मुद्दे नहीं है, विकास का एजेंडा नहीं है और भाजपा जातिवाद की राजनीति कर लोकसभा चुनाव जीतने की कोशिश में है.

दरअसल उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव को लेकर अभी से सियासी दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. चुनाव की तैयारियों के साथ-साथ जुबानी हमले भी किए जा रहे हैं ताकि चुनाव से पहले माहौल तैयार कर लिया जाए. ऐसे में तमाम मुद्दों की तलाश भी की जा रही है, बीजेपी जहां विकास के नाम पर 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने का दावा कर रही है, तो वहीं बीजेपी को जवाब देने के लिए काग्रेस कई मुद्दे तैयार कर रही है. महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, समेत दूसरे कई मुद्दे कांग्रेस के पास है, जो इस बार चुनावों में अहम रहेंगे, लेकिन अब यहां अतीक अहमद की भी एंट्री हो गई है.

कुछ इस तरह हुई अतीक की एंट्री

दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आरोप लगाया कि

बीजेपी इस बार के चुनावों में अतीक अहमद के नाम पर वोट बैंक बटोरने की कोशिश करेगी और इस बार बीजेपी का चुनाव चिन्ह अतीक अहमद होगा
जो अवैध मजार हैं, उनको तोड़ने में कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन सरकार इसके लिए कुछ नियम तो तैयार करें, क्योंकि संन्यासी और दूसरे धर्मों से जुड़े लोग जंगलों में ही तपस्या करते थे

अब कांग्रेस ने इतने बड़े बड़े और गंभीर आरोप लगाए तो बीजेपी की तरफ से भी पलटवार होना ही था और हुआ भी….

बीजेपी ने किया पलटवार

हरीश रावत के अतीक अहमद वाले बयान पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का भी बयान आया है. उनका कहना है कि

हरीश रावत इतने सीनियर नेता हैं, लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि भाजपा का चुनाव चिन्ह क्या है
बीजेपी का चुनाव चिन्ह मां सरस्वती का आसन कमल का फूल है, लेकिन कांग्रेस के नेता मुद्दा विहीन हो गए हैं, इसलिए इस तरह की बात कर रहे हैं,
हरीश रावत हरिद्वार से चुनाव लड़ने का जो सपना देख रहे हैं, वह पूरा नहीं होगा, क्योंकि उनकी ही पार्टी के नेता हरक सिंह रावत उनके सपनों को तोड़ने लगे हैं, इसलिए कांग्रेस भाजपा की चिंता ना करें.

बता दें कि उत्तराखंड में 5 लोकसभा सीटे हैं और इन सभी सीटों पर 2014 से अब तक बीजेपी का ही कब्जा है, लेकिन इस बार कांग्रेस समीकरण बदलने का दावा कर रही है. यही बात है कि चुनावों से पहले कांग्रेस और भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. जहां भाजपा मोदी सरकार के कामकाज को लेकर चुनाव लड़ने की बात कर रही है, तो कांग्रेस ने कई मुद्दे तैयार कर लिए है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि हरीश रावत ने अतीक अहमद का मुद्दा छेड़ कर इसे उत्तराखंड में भी सियासी रूप दिया है….अब देखना ये है कि कांग्रेस को इससे कुछ सियासी फायदा मिलता है या उस पर अतीक अहमद का मुद्दा बैक फायर कर जाएगा….आपको हमारी ये खबर कैसी लगी हमें कमेंट कर जरूर बताएं…साथ ही उत्तराखंड से जुड़ी हर खबर के लिए हमारा चैनल सब्सक्राइब कर लें…शुक्रिया