जी हां दोस्तो उत्तराखंड में कैसे रोमांच बना बड़ा खतरा तो हो गया बड़ा एक्शन, रोमांच की तलाश में निकला एक सैलानी और पलभर में उसकी ज़िंदगी लटक गई एक रस्सी के सहारे। उत्तराखंड के शिवपुरी में उस वक्त चीखें गूंज उठीं, जब बंजी जंपिंग के दौरान रस्सी टूट गई। कैसे थ्रिल के नाम पर शुरू हुआ एडवेंचर, कुछ ही सेकंड में बन गया हादसे का खौफनाक मंजर और अब क्या हुआ एक्शन बताउंगा आपको पूरी खबर। दोस्तो उत्तराखंड यहां होने वाले वाले साहसिक खेलों के लिए जाना जाता है। लेकिन जब यहां एक छोटी सी चूक हो गई। बंजी जंपिंक के दोराना हादसा हो गया पर्यटक घायल हुआ, अफरातफरी मच गई और अब पर्यटन विभाग ने लिया है बड़ा एक्शन ले लिया है। जी हां दोस्तो शिवपुरी में सभी साहसिक गतिविधियों पर तत्काल रोक लगा दी गई है। लेकिन यहां कुछ सवाल भी हैं क्या ये लापरवाही है, या सुरक्षा मानकों की पोल खुलने का मामला?क्यों थ्रिल की दौड़ में किसी की जान फिर से दांव पर लगाई गई? आज मै बताने के लिए आया हूं दोस्तो उस जंप का सच, जिसने उत्तराखंड के एडवेंचर टूरिज़्म को झकझोर कर रख दिया, तो आपसे मेरी ये गुजारिश की आप अंत तक वीडियो को जरूर देखें ताकि हर जानकारी आप तक पहुंच सके। साहसिक खेलों का हब के रूप में विकसित हो रहे क्षेत्र शिवपुरी स्थित थ्रिल फैक्ट्री एडवेंचर पार्क में एक बड़ा हादसा हुआ। हादसा उस समय हुआ जब एक पर्यटक बंजी जंपिंग के लिए हाइट से जंप कर रहा था।
जंप के दौरान अचानक रस्सी टूट गई और पर्यटक नीचे गिर गया, जिससे वह घायल हो गया। इस हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं घटना के 24 घंटे बाद अब जिला पर्यटन अधिकारी ने कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री की साहसिक गतिविधि पर रोक लगा दी है। इधर दोस्तो मुनि की रेती थाना प्रभारी प्रदीप चौहान ने कहा कि गुड़गांव (हरियाणा) के रहने वाले 24 वर्षीय सोनू कुमार साहसिक खेलों का लुत्फ उठाने के लिए शिवपुरी पहुंचे थे। उन्होंने थ्रिल फैक्ट्री नाम की बंजी जंपिंग कंपनी पहुंचकर बंजी जंपिंग की। तभी जंप करने के दौरान रस्सी टूट गई और वह नीचे गिर गया। घायल अवस्था में सोनू को एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया, जहां पर उपचार जारी है। इसके अलावा ये भी बताया गया कि कंपनी के खिलाफ पीड़ित पक्ष की तरफ से फिलहाल कोई शिकायत नहीं मिली है। अगर शिकायत मिलती है तो कंपनी के खिलाफ नियम अनुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं दोस्तो इस दुर्घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। बंजी जंपिंग के दौरान रस्सी टूटने के बाद युवक टिन की छत पर गिरा. वहीं घायल युवक एक यूटयूब व्लॉगर बताया जा रहा है, जो प्रमोशन वीडियो बनाने के लिए आया हुआ था। दोस्तो शिवपुरी में हुए इस हादसे के बाद स्थानीय लोग और पर्यावरण प्रेमी लगातार बंजी जंपिंग कंपनी, उसके स्टाफ पर भी कई तरह के सवाल खड़े करते दिखाई दिए। एक तरफ बंजी जंपिंग कंपनी की लापरवाही देखने को मिली है। वहीं दूसरी तरफ कंपनियां के सुरक्षा इंतजामों की मॉनिटरिंग न होने की बात भी कही जा रही है. लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस तरह की लापरवाही पर तुरंत रोक लगाई जाए और जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
वहीं बंजी जंपिंग कंपनी के जनरल मैनेजर राजेश ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि बंजी जंपिंग इंटरनेशनल स्टैंड के अनुसार लगी है। बंजी जंपिंग एक एडवेंचर गेम है, ऐसे में इसमें 1 परसेंट चांस घटना का रहता है. लेकिन इससे किसी को डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि इसमें सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया जाता है. फिलहाल घटना पर जांच की जा रही है। अब इस पूरे मामले पर कार्रवाई की बात करूं तो घटना के 24 घंटे बाद ही पर्यटन विभाग ने मामले का संज्ञान लेते हुए घटना पर जांच बैठा दी। टिहरी गढ़वाल जिला पर्यटन अधिकारी सुबोध सिंह राणा का कहना ये कि मामले में जांच रिपोर्ट आने तक थ्रील फैक्ट्री बंजी जंपिंग कंपनी की साहसिक गतिविधियों में रोक लगा दी गई है। दोस्तो अपना उत्तराखंड प्रकृति की गोद में बसा ये राज्य, रहस्यमयी और साहसिक स्थलों को समेटे हुए है। इस स्वप्निल भूमि में कई ऐसी जगहें हैं जहाँ कोई भी व्यक्ति अपने यात्रा के लक्ष्यों को पूरा कर सकता है। इस जगह की हवा में एक जादुई स्पर्श है जो किसी भी उबाऊ व्यक्ति को एक साहसी व्यक्ति में बदल सकता है। ऐसा कई बार देखने को भी मिला है। वो आपने एक वीडियो खूब देखा होगा।
दोस्तो जिस उम्र में खड़े रहने के लिए भी सहारे की जरूरत पड़ती है, उस उम्र में एक महिला ने 117 मीटर की ऊंचाई से कूदकर सबको चौंका दिया था। ऋषिकेश के शिवपुरी स्थित बंजी सेंटर से 83 साल की ब्रिटिश महिला ने बंजी जंपिंग की थी. बुजुर्ग महिला के हौसले से भरे इस कारनामे को देख हर कोई हैरानी था, लेकिन दोस्तो एक वो वाला पल था जो हैरान कर गया ये वीडियो परेशान करने वाला है, तो रोमांच के इस हादसे ने एक बार फिर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। क्या एडवेंचर से पहले सुरक्षा की पड़ताल हो रही है, या फिर थ्रिल के नाम पर जानें खतरे में झोंकी जा रही हैं?उत्तराखंड जैसे पर्यटन राज्य में, जहां हर साल लाखों लोग एडवेंचर का मज़ा लेने आते हैं —एक रस्सी का टूटना सिर्फ़ एक चूक नही, बल्कि चेतावनी है कि सुरक्षा मानकों की समीक्षा अब अनिवार्य है। पर्यटन विभाग की रोक पहला कदम है, लेकिन असली चुनौती होगी — यह सुनिश्चित करना कि अगला सैलानी रोमांच खोजने आए, हादसा नहीं, क्योंकि एडवेंचर तभी तक एडवेंचर है, जब तक जान सुरक्षित है।