पीएम के जनसभा स्थल के आसपास क्षेत्र में धारा 144 लागू, गांधी पार्क के बाहर धरना देने वालों को पुलिस ने हटाया

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की शनिवार को परेड ग्राउंड में होने वाली जनसभा के मद्देनजर पुलिस ने गांधी पार्क के बाहर अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे विभिन्न संगठनों के कार्यकर्त्ताओं को हटाया। यहां सहायक लेखा परीक्षा के अभ्यर्थी, एनआइओएस डीएलएड प्रशिक्षु, परिवहन कर्मचारी संगठन, दंत चिकित्सक व पीआरडी जवान पिछले एक पखवाड़े से धरना दे रहे हैं।

पुलिस व प्रशासन का कहना है कि प्रधानमंत्री की जनसभा को देखते हुए परेड ग्राउंड के आसपास के क्षेत्र में धारा 144 लागू की गई है। इसलिए परेड ग्राउंड और आसपास के क्षेत्रों में धरना-प्रदर्शन जैसे कार्यक्रम पूरी तरह प्रतिबंधित किए गए हैं। वह चाहें तो एकता विहार स्थित धरनास्थल में बैठ सकते हैं।

कांग्रेसियों ने किया कड़ा विरोध

पुलिस व प्रशासन के इस निर्णय का महानगर कांग्रेस व आंदोलनकारियों ने विरोध किया। महानगर कांग्रेस अध्यक्ष लालचंद शर्मा, दीप बोहरा, सूर्य प्रताप राणा, प्रमोद कपरवाण, रविंद रमोला, सुनील नौटियाल आदि कार्यकत्र्र्ता मौके पर पहुंचे और पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया। इसको लेकर कांग्रेसियों व आंदोलनकारियों की पुलिस के साथ तीखी नोकझोंक भी हुई। बाद में पुलिस ने उन्हें वहां से जबरन हटा लिया। कांग्रेस महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने कहा कि विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से धरना दे रहे हैं। जबकि, भाजपा कार्यकत्र्ता जगह-जगह रैलियां निकाल रहे हैं। ऐसे में शांतिपूर्ण आंदोलन करने वालों के बजाए रैली निकालने वाले भाजपाइयों को धारा 144 का उल्लंघन करने से रोका जाना चाहिए।

पुलिस ने पीआरडी जवानों को धरने से उठाया

365 दिन ड्यूटी की मांग को लेकर गांधी पार्क के बाहर धरना-प्रदर्शन कर रहे प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) के जवानों को शुक्रवार को पुलिस ने धरने से उठा दिया। पुलिस ने प्रधानमंत्री के दौरे के चलते लागू धारा 144 का हवाला देते हुए जगह खाली करने के निर्देश दिए। जवानों के न मानने पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर रिजर्व पुलिस लाइन ले गई। वहां निजी मुचलकों पर सभी को छोड़ दिया गया। दल के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश प्रसाद ने कहा कि पीआरडी जवानों को साल के 365 दिन का रोजगार दिया जाए। बाहरी व्यक्तियों को बिना प्रशिक्षण के ही ड्यूटी दी जा रही है।