धर्म संसद में नफरती भाषण के मामले में संतों के खिलाफ दर्ज मुकदमों की वापसी और एसआईटी रद्द करने की मांग को लेकर संतों की प्रतिकार सभा अब बैरागी कैंप की जगह सर्वानंद घाट पर होगी। यति नरसिंहानंद के अनशन के चलते सभा की जगह बदली गई है। वहीं, शुक्रवार से शतचंडी महायज्ञ शुरू हो गया। 16 अगस्त को प्रतिकार सभा की सुबह पूर्णाहुति के साथ महायज्ञ संपन्न होगा।
उत्तरी हरिद्वार के खड़खडी स्थित वेद निकेतन में 17 से 19 दिसंबर तक धर्म संसद हुई थी। इसके बाद धर्म संसद में नफरती भाषण का वीडियो वायरल हुआ था। आरोप है कि धर्म विशेष के खिलाफ अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल किया गया। मामला सुर्खियों में आया तो वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी, संत धर्मदास, साध्वी अन्नपूर्णा भारती, महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद और सागर सिंधु महाराज के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी को बृहस्पतिवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इसके विरोध में जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद सर्वानंद घाट पर अनशन पर बैठे हैं। वहीं, मुकदमे की वापसी और एसआईटी रद्द की मांग को लेकर संतों ने 16 जनवरी को बैरागी कैंप में प्रतिकार सभा का एलान किया था, लेकिन अब सभा सर्वानंद घाट पर अनशन स्थल पर होगी। शुक्रवार शाम चार बजे से यहां शतचंडी महायज्ञ का आयोजन शुरू कर दिया गया है। इसमें 11 मुख्य ब्राह्मण और 40 विद्यार्थी ब्राह्मण यज्ञ कर रहे हैं।
प्रतिकार सभा में कोरोना गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। पहले इसमें हजारों संतों के आने की उम्मीद थी। मगर कोरोना को देखते हुए अब 500 के करीब संत ही शामिल होंगे। प्रतिकार सभा अब सर्वानंद घाट पर होगी।
-स्वामी आनंद स्वरूप, संयोजक धर्म संसद
डीएम बोले- कार्रवाई होगी
प्रतिकार सभा के आयोजन के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई है। अगर बिना अनुमति के यह सभा होती है तो पूरी तरह से गैर कानूनी है। इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।