उत्तराखंड के पहाड़ों पर मलबा, पानी के साथ जानलेवा आफत बन रहा है। धराली और थराली समेत कई क्षेत्रों में तो इसने इंसानी बस्तियों को ही तबाह कर दिया है। खास बात यह है कि राज्य के ऐसे कई पर्वतीय क्षेत्र हैं जो पूरी तरह से या तो तबाह हो गए या फिर बाकी क्षेत्रों से अलग-थलग पड़ गए हैं। ऐसे क्षेत्रों में बच्चों की पढ़ाई भी चौपट हो गई है। आपदा के दर्द के बीच विद्यालयों में दाखिला और स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई मुश्किल होती दिख रही है, हालांकि शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत कहते हैं कि बच्चों को विद्यालयों में दाखिला दिए जाने को लेकर समय सीमा बढ़ाए जाने का फैसला लिया गया है और विभिन्न क्षेत्रों की स्थिति को देखते हुए अधिकारियों को जरूरी कदम उठाने के लिए भी कहा गया है।