सीडीएस रावत के निधन के समय दुख जताने के बजाय चुनावी कैम्पेन लांच कर रही थी कांग्रेस : सीएम धामी

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सीडीएस बिपिन सिंह रावत की हेलीकाप्टर दुर्घटना में जब निधन हुआ था तो पूरा राष्ट्र दुख में डूब गया था। यही नहीं कई देशों सेनाध्यक्षों व विदेश मंत्रियों ने दुख प्रकट किया। वहीं कांग्रेस गोवा में चुनावी कैम्पेन लांच कर रही थी। धिक्कार है ऐसी पार्टी पर, जो ऐसे दुख के समय भी सेना के साथ खड़ी नहीं थी। सीडीएस रावत के साथ 13 जवानों का भी निधन हुआ, कांग्रेस पार्टी अपनी संवेदना खो चुकी है। ऐसे राजनैतिक दल का मन और दिल कहीं और होता है।

यह बात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहीं। वह रविवार को ट्रांजिट कैंप के फुटबॉल मैदान में आयोजित लघु उद्योग व्यापार मंडल की ओर से आयोजित पंचम सामूहिक विवाह कार्यक्रम में वर वधू के 24 जोड़ों को आशीर्वाद देने पहुंचे हुए थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में देश में जब वैक्सीन बननी शुरू हुई तो कुछ राजनैतिक दल इसे भाजपा की वैक्सीन बताने लगे। जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई, कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में कई लोगों की जान चली गई। हालांकि बाद में विरोध करने वालों ने भी वैक्सीन लगवाई। भारत ने अपने देश में ही नहीं बल्कि कई अन्य देशों में भी वैक्सीन की आपूर्ति की। देश के 120 करोड़ लोगों को वैक्सीन की डबल डोज लगवाई जा चुकी है।

देश के लिए बंगाली समाज के योगदान को बताया महत्वपूर्ण

धामी ने कहा कि राष्ट्र निर्माण मेंं बंगाली समाज की अहम योगदान रहा है। श्यामा प्रसाद मुखर्जी, सुभाष चंद्र बोस, अरविंदू घोष, रविंद्र नाथ टैगोर समेत तमाम नाम गिनाते हुए कहा कि देश की आजादी के लिए काम किया। कहा कि पाकिस्तान और बांग्लादेश से आए लोगों के प्रमाण पत्र पर पूर्वी पाकिस्तान लिखा जाता था, जो अपमान जनक शब्द था। इस शब्द को भाजपा सरकार ने हटाकर बंगाली समाज को सम्मान  दिया। कहा कि भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है जो श्यामा प्रसाद मुखर्जी के आदर्शों और मूल्यों पर चलती है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि जहां बलिदान हुए मुखर्जी, वह कश्मीर हमारा है, इस कश्मीर को भारत में मिलाने के लिए 40 हजार लोगों ने शहादत दी।

नजूल भूमि विवाद से जनता को फायदा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि लंबे समय से नजूल भूमि की मांग की जा रही थी, इस मामले को भाजपा नेता सुभाष चंद्र द्विवेदी, भाजपा जिलाध्यक्ष शिव अरोरा समेत कई लोगों ने उठाया। जिसके बाद भाजपा सरकार नजूल भूमि में मालिकाना हक के लिए अध्यादेश ले आई। उन्होंने कहा कि पांच माह से मुख्य सेवक के रूप में काम कर रहा हूं, एक एक पल राज्य की जनता के लिए समर्पित है।

इस दौरान ट्रांजिट कैंप में हाई स्कूल इंटर कालेज खोलने, दान पत्र पर मिली भूमि पर मालिकाना हक देने, बांग्ला भाषा शुरू करने की मांग रखी गई। जिस पर कहा कि परीक्षण के बाद देखा जाएगा। बाद में उन्होंने वर-वधू के 24 जोड़ों को आशीर्वाद दिया। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, जिलाध्यक्ष शिव अरोरा, विधायक राजकुमार ठुकराल, उत्तम दत्ता, भारत भूषण चुघ, उत्तराखंड वन विकास के चेयरमैन सुरेश परिहार आदि मौजूद थे।