मिस इंडिया दिल्ली रह चुकीं हैं हरक सिंह रावत की बहू अनुकृति, जानें उनके बारे में सबकुछ

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उत्तराखंड (Uttarakhand) की राजनीति में इस समय हरक सिंह रावत (Harak Singh Rawat) के नाम की चर्चा है. रावत को भाजपा ने हाल ही पार्टी से निकाल दिया. रावत पार्टी से अपने लिए मनचाही सीट से टिकट मांग रहे थे. इसके अलावा वे अपने परिवार के दो सदस्यों के लिए भी भाजपा से टिकट मांग रहे थे, इनमें उनकी बहू अनुकृति गुसाई (Anukriti Gusai) भी हैं. रावत चाहते थे कि उनकी बहू अनुकृति को लैंसडाउन सीट से टिकट मिले. भले ही अभी तक किसी भी दल की ओर से अनुकृति को यह सीट नहीं मिली है, लेकिन उन्हें विश्वास है कि वे जिस भी दल से यहां पर खड़ी होंगी, उन्हें जीत जरूरी मिलेगी. आइए आपको बताते हैं कि अनुकृति कौन हैं…

यहीं जन्मीं हैं अनुकृति
लैंसडाउन, पौड़ी गढ़वाल जिले में आता है और अनुकृति का जन्म यहीं पर 1994 में हुआ था. अनुकृति ने 2013 में मिस इंडिया दिल्ली का खिताब जीता था. 2014 में मिस इंडिया पैसिफिक वर्ल्ड और वर्ष 2017 में मिस इंडिया ग्रैंड इंटरनेशनल में अनुकृत भारत का प्रतिनिधित्व भी कर चुकी हैं. इसके अलावा वे एक्टिव सोशल वर्कर हैं और महिला उत्थान एवं बाल कल्याण संस्थान की अध्यक्ष भी हैं.

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हरक के बेट से हुई शादी
अनुकृति ने हरक सिंह और दीप्ती रावत के बेटे तुषित से 2018 में शादी की थी. अनुकृति और हरक के परिवार के बीच पहले से काफी अच्छे रिश्ते रहे हैं. यही कारण है कि हरक सिंह की चुनावी रैलियों में कई बार अनुकृति नजर आ चुकी हैं. वे हरक सिंह के लिए चुनाव प्रचार में हमेशा आगे रहती हैं. हरक के बेटे तुषित शंकरपुर स्थित दून इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में काम करते हैं. तुषित की राजनीति में दिलचस्पी नहीं है लेकिन अनुकृति लम्बे समय से राजनीति में आना चाहती हैं. चूंकि वे यहां से जमीनी स्तर पर जुड़ी हुई हैं इसलिए उन्हें लगता है कि वे यहां से आसानी से चुनाव जीत सकती हैं.

ससुर अच्छे राजनेता
अनुकृति पहले ही यह कह चुकी हैं कि वे आगामी चुनाव में लड़ेंगे लेकिन किस पार्टी से लड़ेंगी यह अभी साफ नहीं हैं. उनका कहना है कि उनके ससुर हरक सिंह रावत बहुत अच्छे राजनेता हैं और उन्हें राजनीति की काफी समझ हैं. उनमें काफी काबिलियत है और उनसे काफी कुछ सीखा जा सकता है.