उत्तराखंड पुलिस को फिटनेस और परसेप्शन मैनेजमेंट की बेहद जरूरत है: सीएम धामी

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देहरादून: सीएम पुष्कर सिंह धामी का मानना है कि आज की पुलिसिंग में पुलिस को फिटनेस और परसेप्शन मैनेजमेंट की बेहद जरूरत है। उन्होंने इस अवसर पर बोलते पुलिस मंथन-समाधान एवं चुनौतियों, पुलिस और जनमानस के बीच संवाद के जरिए बातचीत पर भी बल दिया। मुख्यमंत्री गुरुवार को देहरादून स्थित राज्य पुलिस महानिदेशालय परिसर में आयोजित पुलिस सप्ताह का शुभारंभ करने के दौरान पुलिस और जन-प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर राज्य पुलिस महानिदेशक आईपीएस अशोक कुमार ने अपराध नियंत्रण, महिला सुरक्षा, ड्रग्स, साइबर और यातायात जैसे विभिन्न विषयों पर पुलिस की भावी कार्य-योजना से अवगत कराया।

सीएम धामी ने पुलिसकर्मियों और जनता को संबोधित करते हुए आगे कहा, मंथन कार्यक्रम के दौरान आप सभी विभिन्न विषयों पर मंथन करके, भविष्य की ऐसी योजना बनाएं जो उत्तराखंड पुलिस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन (स्मार्ट एवं सशक्त पुलिसिंग) बनाने में सहायक सिद्ध हो सकें। उन्होंने अपराध नियंत्रण के अंतर्गत इनामी और वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए शुरू किए गए विशेष अभियानों की प्रशंसा करते हुए कहा कि, अपराध नियंत्रण, महिला सुरक्षा एवं सशक्तीकरण हेतु अभियानों की नियमित समीक्षा आवश्यक है। विशेष बल देते मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि, अपराधियों द्वारा अवैध रूप से अर्जित अवैध संपत्ति को जब्त किया जाए। ताकि अपराधियों में कानून और पुलिस का डर बना रहे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आगे कहा, उत्तराखण्ड एक पर्यटन आधारित राज्य है जिसे हम सबको मिलकर क्राइम फ्री, ड्रग्स फ्री बनाना है. ताकि राज्य में आने वाले पर्यटक खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें, पुलिस के बडी जिम्मेदारी है कि, देवभूमि का स्वरूप न बिगड़े. इसके लिए पुलिस को लगातार कार्य कर सजग रहने की आवश्यकता है. जघन्य अपराधों की बेहतर पैरवी हेतु विशेष अभियोजन अधिकारी की नियुक्ति किए जाने की बात भी मुख्यमंत्री ने बयान की। जिससे अभियुक्तों को जमानत न मिल सके और सजा दर में वृद्धि संभव हो सके। सीनियर्स को अधीनस्थों के साथ सम्मान से पेश आना चाहिए ताकि वे, स्वेच्छा से बेहतर प्रदर्शन करें। मुख्यमंत्री का मानना था कि अगर राज्य पुलिस महकमे के वरिष्ठ अधिकारी अधीनस्थों के साथ, सम्मान का व्यवहार करेंगे तो उनके मातहत जनता के बीच वैसा ही व्यवहार अमल में लाएंगे। इससे भी राज्य पुलिस की छवि सुधरेगी ही।