जी हां दोस्तो अपने उत्तराखंड में बड़ी भर्ती की तैयारी, 15 सौ से ज्यादा पदों को भरा जाना है, क्या आप तैयार हैं। कैसे युवाओं के लिए बड़ा मौका है बताउँगा आपको पूरी खबर क्योंकि जिलेवार मांगे गए हैं आवेदेन, देखिए कौन कौन कर सकता है आवेदन, क्या आएगा इस बार आपर आपका नंबर। जी हां दोस्तो बेरोजगार युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी ले कर आया हूं। Uttarakhand Jobs and Career News उत्तराखंड में जल्द खुलने जा रही है शिक्षकों की सबसे बड़ी भर्ती। प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापक के 1649 पदों पर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। जिलेवार आवेदन मांगे गए हैं और तैयारी में जुटे अभ्यर्थियों के लिए ये मौका सुनहरा साबित हो सकता है, तो क्या आप तैयार हैं अपने सपनों की नौकरी पाने के लिए? दोस्तो उत्तराखंड में प्राथमिक शिक्षा विभाग के तहत सहायक अध्यापकों के खाली पड़े 2,100 पदों के सापेक्ष भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू होने जा रही है। इसे लेकर शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं. जिसके तहत जिलेवार खाली पड़े पदों के सापेक्ष आवेदन पत्र आमंत्रित किए जाएंगे। इसको लेकर प्राथमिक शिक्षा विभाग के निदेशक ने भर्ती प्रक्रिया शुरू कराने के आदेश भी जारी कर दिया है। दोस्तो आपको बता दूं कि उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में प्राथमिक शिक्षकों के करीब 2,100 पद खाली हैं, जिनमें से करीब 451 पदों पर भर्ती प्रक्रिया पहले से ही हाईकोर्ट में लंबित है। इन पदों को छोड़कर बाकी 1,649 खाली पदों के सापेक्ष भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के लिए निदेशक प्राथमिक शिक्षा को निर्देश दे दिए गए हैं। वहीं दोस्तो मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि प्राथमिक शिक्षकों का जिला कैडर होने के कारण भर्ती संबंधी विज्ञप्ति भी जिला स्तर से ही जारी की जानी है। जिसके तहत जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक के स्तर से जिलावार रिक्तियों के सापेक्ष आवेदन मांगे जाएंगे। जिसके बाद भर्ती प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। यहां एक बेहद अहम जानकारी ये दोस्तो कि एनआईओएस डीएलएड को शामिल करने का मामला हाईकोर्ट में है, तो इधर शिक्षा मंत्री कहते हैं कि शिक्षा मंत्री कहते हैं कि सरकार प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए पिछले दो सालों से प्राथमिक शिक्षकों की लगातार भर्ती कर रही है। जिसके तहत 3,000 से ज्यादा खाली पदों को भरा जा चुका है। जबकि, कुछ अभ्यर्थियों की ओर से एनआईओएस डीएलएड को शामिल करने को लेकर हाईकोर्ट में चले जाने के कारण भर्ती प्रक्रिया बाधित हो गई थी।
दोस्तो सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राज्य कैबिनेट ने बेसिक शिक्षक सेवा नियमावली में जरूरी संशोधन किया गया। जिसके तहत साल 2017 से 2019 एनआईओएस डीएलएड प्रशिक्षुओं को प्राथमिक शिक्षक भर्ती में शामिल करने के साथ ही सहायक अध्यापक (विशेष शिक्षा) के पदों को नियमावली में शामिल कर लिया है, जिससे प्राथमिक शिक्षक आगामी भर्ती में इन अभ्यर्थियों को भी मौका मिलेगा। दोस्तो इस संबंध में शासन स्तर से भी निदेशक प्राथमिक शिक्षा को आदेश जारी कर दिए गए हैं। ताकि, भर्ती प्रक्रिया को जल्द शुरू किया जा सके। वहीं, मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि प्राथमिक शिक्षकों की इस भर्ती प्रक्रिया के संपन्न होने के बाद प्रदेश के सभी प्राथमिक विद्यालयों में शत-प्रतिशत शिक्षकों की तैनाती हो सकेगी। जिससे प्राथमिक शिक्षा के ढांचे को और मजबूत किया जा सकेगा। इसलिए दोस्तो उत्तराखंड में युवाओं के पास सरकारी शिक्षक बनने का एक और मौका आने जा रहा है। इसके तहत राज्य में प्राथमिक विद्यालयों के लिए जल्द ही सहायक अध्यापकों की नियुक्ति की जाएगी। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इसके लिए जरूरी दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों के साथ इस संबंध में जरूरी निर्णय लिया है। इसके अलावा क्षतिग्रस्त विद्यालयों की मरम्मत के काम को भी तेजी से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। कुल मिलाकर प्रदेश के शिक्षित बेरोजगार युवाओं के लिए अच्छी खबर है। युवाओं धन सिंह रावत ने बताया कि राज्य सरकार प्राथमिक शिक्षा को मजबूत बनाने के साथ ही बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए लगातार प्रयासरत है। पिछले दो वर्षों में प्राथमिक शिक्षकों के तीन हजार से अधिक पदों को भरा जा चुका है। हालांकि, कुछ अभ्यर्थियों द्वारा एनआईओएस डीएलएड को शामिल करने के मुद्दे पर न्यायालय में याचिकाएं दाखिल किए जाने से भर्ती प्रक्रिया कुछ समय के लिए बाधित रही थी। अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राज्य कैबिनेट ने बेसिक शिक्षक सेवा नियमावली में आवश्यक संशोधन कर वर्ष 2017 से 2019 तक के एनआईओएस डीएलएड प्रशिक्षुओं को भी भर्ती प्रक्रिया में शामिल करने का मार्ग प्रशस्त कर दिया है। साथ ही सहायक अध्यापक के पदों को भी नियमावली में जोड़ा गया है। जिला स्तर पर होगी भर्ती प्रक्रिया: प्रदेश में यह भर्ती जिला स्तर पर पूरी की जाएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि प्राथमिक शिक्षकों का संवर्ग जिला स्तर पर ही है। इसके लिए अधिकारियों को भी निर्देश दिए गए हैं। सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को विज्ञप्ति जारी करने और चयन प्रक्रिया जल्द शुरू करने के लिए कहा गया है।
इधर दोस्तो प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति के अलावा आपदा से क्षतिग्रस्त विद्यालयों के पुनर्निर्माण व मरम्मत कार्यों के लिए भी समीक्षा बैठक में चर्चा की गई। इसमें निर्देश दिए गए कि ऐसे विद्यालयों के लिए जरूरी बजट का आकलन कर लिया जाए, ताकि छात्रों को बेहतर शैक्षिक वातावरण मिल सके। इसके अलावा शिक्षकों के त्रिस्तरीय ढांचे को तैयार करने और स्थानांतरण प्रक्रियाओं को पारदर्शी व त्वरित बनाने पर भी बल दिया गया। वहीं दोस्तो आपको ये भी बता दूं कि उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों में रिक्त पड़े शिक्षकों के पदों पर भर्ती किए जाने की मांग को लेकर आठ अप्रैल को देहरादून में रैली निकाली थी। इस दौरान डीएलएड प्रशिक्षुओं ने अपना आक्रोश व्यक्त किया था, साथ ही उन्होंने शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत के सरकारी आवास का कूच भी किया है, लेकिन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को बीच रास्ते में ही रोक था। तब प्रशिक्षित बेरोजगारों का कहना है कि उत्तराखंड में प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था निरंतर बदहाल होती जा रही है। सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी बनी हुई है. शिक्षण गुणवत्ता में गिरावट के कारण शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। बेरोजगारों का कहना है कि प्रदेश में 1149 ऐसे विद्यालय हैं, जहां पर शिक्षक नहीं है। विद्यालयों की ऐसी दुर्दशा है कि जहां विद्यार्थी जाता है, लेकिन उन्हें वहां शिक्षक नहीं मिलता। पलायन आयोग यह सुझाव देता है कि हर तीस बच्चों को पढ़ाने के लिए एक शिक्षक का होना जरूरी है। परंतु वर्तमान स्थिति में यह कमी भी पूरी नहीं हो पा रही है, तो फिलहाल बेरोजगार युवाओं के लिए ये है सुनहरा अवसर—उत्तराखंड में खुल रहे हैं शिक्षकों के सैकड़ों पद, अगर आप भी शिक्षा विभाग में अपना भविष्य देख रहे हैं, तो तैयार हो जाइए, क्योंकि ये मौका बार-बार नहीं आता। देखना होगा कि इस भर्ती से कितने युवाओं के चेहरे पर मुस्कान लौटती है।