भगवानपुर क्षेत्र के डाडा जलालपुर गांव में हनुमान जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में निकाली जा रही शोभायात्रा पर एक समुदाय के लोगों ने छतों से पथराव कर दिया। इससे शोभायात्रा में भगदड़ मच गई। पथराव से एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। सूचना मिलते ही आसपास गांवों से भी लोग मौके पर जुट गए। इससे दोनों समुदाय के लोगों के बीच तनाव पैदा हो गया।
मौके पर पहुंची पुलिस ने बमुश्किल स्थिति को संभाला। पुलिस ने एंबुलेंस मंगवाकर घायलों को अस्पताल भिजवाया। गांव में कुछ संगठनों के लोग भी पहुंच गए। पुलिस आक्रोशित भीड़ को नियंत्रण करने की कोशिश में लगी रही। तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल के साथ पीएसी को तैनात किया गया है। खबर लिखे जाने तक मौके पर तनाव बना हुआ था।
पुलिस के अनुसार हनुमान जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में शोभायात्रा निकाली जा रही थी। करीब आठ बजे शोभायात्रा जैसे ही डाडा पट्टी से डाडा जलालपुर गांव पहुंची तो एक घर की छत से पथराव शुरू हो गया। इसके बाद दूसरे और तीसरे घर से भी पत्थरबाजी शुरू हो गई। इससे मौके पर चीख पुकार और भगदड़ मच गई। शोभायात्रा में शामिल लोग खुद को बचाते हुए एक तरफ जमा हो गए और इसकी सूचना पुलिस और अन्य लोगों को दी।
जानकारी मिलते ही एसपी देहात प्रमेंद्र डोबाल, सीओ मंगलौर पंकज गैरोला, इंस्पेक्टर मंगलौर अमर चंद शर्मा, एसओ भगवानपुर पीडी भट्ट, सीओ रुड़की विवेक कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए दोनों पक्षों को तितर बितर किया। लेकिन आसपास के गांवों से भारी संख्या में लोगों के पहुंचने से हंगामा बढ़ गया। पुलिस ने घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल भिजवाया।
शोभायात्रा में शामिल लोग पुलिस से कड़ी कार्रवाई की मांग करते रहे। हंगामे और बवाल के बीच धीरे-धीरे अन्य कोतवाली और थानों की पुलिस को बुलाया गया। साथ ही पीएसी को भी तैनात किया गया। पुलिस आक्रोशित भीड़ को समझाने का प्रयास कर रही है।
एसपी देहात प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि शोभायात्रा पर घरों की छतों से पथराव हुआ था। इसमें कई लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल पक्ष के लोगों से कानून हाथ में नहीं लेने की अपील की गई है। लोगों से वार्ता की जा रही है। मौके पर तनाव को देखते हुए पुलिस बल और पीएसी तैनात की गई है।