उत्तराखंड: रोड सेफ्टी आडिट रिपोर्ट में हुए चौकाने वाले खुलासे, मोरबी जैसे हादसे की आहट उत्तराखंड में तो नहीं! 

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देहरादून: गुजरात के मोरबी पुल हादसे की तरह उत्तराखंड में भी पुल हादसे की आहट तो नही? रोड सेफ्टी आडिट रिपोर्ट में कई चौकाने वाले खुलासे हुए है। आडिट में यह बात सामने आई कि उत्तराखंड में 3 दर्जन पुल वाहनों की आवाजाही के लिए नहीं है। उत्तराखंड शासन के निर्देश पर राज्य के पांच जोन में कराए गए सेफ्टी ऑडिट में अभी तक 36 पुल आवागमन के लिए असुरक्षित पाए गए हैं। पुलों के सेफ्टी ऑडिट का काम अभी जारी है। प्रदेश में स्थित 3262 में से 2518 पुलों की सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट लोनिवि ने शासन को सौंप दी है।

बीतों दिनों गुजरात के मोरबी में हुए पुल हादसे के बाद शासन ने राज्य में सभी पुलों के तीन सप्ताह के भीतर सेफ्टी ऑडिट के निर्देश दिए थे। इसके बाद लोनिवि की ओर से राज्य के पांच जोन में बंटे 13 जिलों में स्थित पुलों का मुख्य अभियंताओं के स्तर पर सेफ्टी ऑडिट कराया गया। इसके अनुसार पौड़ी जोन में टिहरी में आठ, चमोली में एक और पौड़ी में 16 पुल असुरक्षित पाए गए हैं। अल्मोड़ा जोन में पिथौरागढ़ में एक पुल, हल्द्वानी जोन में यूएसनगर में पांच पुल असुरक्षित पाए गए हैं। देहरादून जोन में देहरादून में एक और हरिद्वार में तीन पुल असुरक्षित पाए गए हैं। रुद्रप्रयाग के बेलनी नामक स्थान पर एक पुल असुरक्षित पाया गया है।

लोक निर्माण विभाग अब प्रदेश के सभी जर्जर व पुराने पुलों को बदलने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए ब्रिज बैंक तैयार किया जाएगा, जिसमें सभी पुराने पुलों के ब्योरा एकत्र किया जाएगा। प्रदेश में कुल 436 पुराने पुल हैं। इन पुलों को प्राथमिकता के आधार पर विभिन्न परियोजनाओं, मसलन एशियन डेवलपमेंट बैंक, विश्व बैंक व सेंट्रल रोड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड के जरिये दुरुस्त किया जाएगा।