अब नेपाल जाने के लिए लोगों को कोरोना के साथ ही एचआईवी व टीबी की जांच भी करानी होगी। नेपाल में एड्स व टीबी के बढ़ते मामलों को देखते हुए नेपाल सरकार ने यह फैसला लिया है। नेपाली स्वास्थ्य विभाग सीमा पर नेपाल में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति की टीबी, एचआईवी व कोरोना जांच को सैंपल ले रहा है। नेपाल में कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रान को लेकर नेपाल सरकार गंभीर तो है ही। लेकिन नेपाल में बढ़ते एड्स व टीबी मरीजों से उसकी चिंता दोगुनी कर दी है।
नेपाल स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक इन दिनों नेपाल में एड्स व टीबी मरीजों की संख्या में खासी वृद्धि हुई है। साथ ही देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रान का भी खतरा बना हुआ है। इसी को देखते हुए नेपाल स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के साथ ही एचआईवी व टीबी जांच का फैसला लिया है। झूलाघाट, गौरीफंटा, धारचूला सहित नेपाली सीमा में प्रवेश करने वाले सभी नाकों पर नेपाल में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति की तीनों जांच के लिए सैंपल लिए जा रहे हैं। बिना जांच के किसी भी व्यक्ति को अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है
भारत से बढ़ी संख्या में स्वदेश लौटने लगे नेपाली नागरिक
जिला स्वास्थ्य कार्यालय कैलाली के प्रमुख लाल बहादुर धामी ने कहा इन दिनों भारत से बढ़ी संख्या में नेपाली नागरिक स्वदेश वापसी कर रहे हैं। कहा इस बीच हुई जांच में बढ़ी संख्या में एड्स व टीबी के मरीज सामने आए हैं। नेपाल में प्रवेश करने वाले सभी नागरिकों की हर नाके पर तीनों जांचों के लिए सैंपल लिए जा रहे हैं, ताकि कोरोना के साथ एड्स व टीबी पर लगाम लगाई जा सके।
भारत में भी बढ़ सकता है खतरा
भारत व नेपाल के बीच रोटी-बेटी के रिश्ते काफी मजबूत हैं। इसके अलावा बढ़ी संख्या में नेपाली नागरिक आजीविका के लिए दिल्ली, मुंबई सहित अन्य महानगरों में पहुंचते हैं। नेपाली स्वास्थ विभाग के मुताबिक नेपाल में एड्स व टीबी मरीजों की संख्या में खासा उछाल आया है। इन हालातों में भारत में खतरा बढ़ सकता है। वहीं नेपाल में कोरोना के साथ ही टीबी व एचआईवी की गंभीरता से जांच हो रही है। लेकिन भारत में नेपाल सीमा पर महज कोरोना जांच को सैंपल लिए जा रहे हैं।