जानिए पीएम नरेंद्र मोदी ने क्यों कहा, पहाड़ का पानी और जवानी दोनों काम आया

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गांधी जयंती पर देश की पांच ग्राम सभाओं के साथ जल जीवन मिशन योजना के तहत ग्राम पंचायत व पानी समिति के साथ शनिवार को वर्चुअल संवाद किया गया। उन्होंने मसूरी शहर के निकटवर्ती गांव क्यारकुली की ग्राम प्रधान कौशल्या रावत से पीएम मोदी ने संवाद कर पानी की समस्या और उसके हल पर विस्तार से बात की। कौशल्या रावत से करीब पांच मिनट 13 सैकेंड जल जीवन मिशन के तहत किए गए कार्यों पर विचार रखे।

मोदी ने कहा कि ‘पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी’ कभी भी पहाड़ के काम नहीं आती है, लेकिन आज पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी पहाड़ के ही काम आ रही है। ग्राम पंचायताें के प्रयासों की बदौलत अब पहाड़ी क्षेत्रों में पानी की समस्या दूर होती जा रही है। जल जीवन मिशन के तहत ‘हर घर नल’ योजना के तहत पहाड़ी क्षेत्रों में दूर-दराज के गावों में भी पानी पहुंचाया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने ग्राम प्रधान कौशल्या रावत से जल जीवन मिशन के बाद गांव में संचालित हो रहे होम स्टे व गांव में आने वाले पर्यटकों के बारे में भी जानकारी जुटाई।

कौशल्या ने प्रधानमंत्री को बताया कि जलजीवन मिशन के बाद से गांव में पेयजल की कमी दूर हो गई है। हर घर में नल और जल है। कहा कि योजना के बाद पानी की कमी जैसे ही दूर हुई तो ग्रामीणों ने स्वरोजगार के लिए भी कदम उठाया। बताया कि ग्रामीणों ने सरकार की मदद से होम स्टे का कार्य शुरू कर दिया है, जिससे उनकी आमदनी भी बढ़ गई है। प्रदेश में पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा होने लगा है। प्रदेश सहित देश के दूसरे राज्यों से आने वाले पर्यटकों ने अब गांव की ओर रुख करना शुरू कर दिया है।

पीएम मोदी ने कहा कि पर्वतीय जिलों के गांवों में होम स्टे खुलने के बाद पर्यटकों की संख्या में इजाफा एक सराहनीय काम है। कहा कि इससे गांवों से पलायन पर भी रोक लगाने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने ग्राम क्यारकुली में हुए कोविड टीकाकरण को लेकर भी जानकारी ली, जिस पर ग्राम प्रधान कौशल्या रावत ने बताया कि उनकी ग्राम पंचायत में शतप्रतिशत टीकाकरण हो गया है।