मिशन-2022 में जुटी कांग्रेस की आसान नहीं होगी राह, 70 टिकट और उन पर भी 85 फीसदी आरक्षण की मांग

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विधानसभा चुनाव-2022 के लिए टिकट वितरण से पहले ही कांग्रेस के फ्रंटल संगठनों ने दबाव बनाना शुरू कर दिया। स्थिति यह है कि अब तक चार फ्रंटल संगठन ही 85 फीसदी टिकटों के लिए दावा कर चुके हैं। चुनाव लड़ने को बेकरार नेताओं को देख कांग्रेस नेतृत्व भी हैरान है। सवाल यह है कि यदि फ्रंटल संगठनों के अनुसार 85 फीसदी टिकट बांट दिए गए तो बाकी 15 प्रतिशत में किसे शामिल किया जाएगा?

महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव अनुपमा रावत, महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य पिछले कई दिनों से महिलाओं के लिए 40 फीसदी टिकट का दावा कर रही हैं। पूर्व सैनिक भी कम से कम 20 फीसदी टिकट चाहते हैं। इसी प्रकार यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर और उपाध्यक्ष संदीप चमोली का का प्रदेश की नौ सीटों पर युवाओं का कोटा चाहते हैं। यह सीधा सीधा 15 प्रतिशत बैठता है। अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष ताहिर अली का भी 10 फीसदी टिकटों पर सीधा दावा है।

टिकट की मांग:
महिलाएं : 40 %
पूर्व सैनिक: 20 %
यूथ कांग्रेस: 15 %
अल्पसंख्यक: 10 %

कांग्रेस की प्रत्याशी चयन की एक तय प्रक्रिया है। हर विधानसभा सीट से तीन तीन नामों का पैनल तैयार होना है। इतना तो तय है कि टिकट पर अंतिम निर्णय दावेदार की छवि और उसकी जिताऊ के आधार पर ही लिया जाएगा। जो भी पात्र होगा, उसका ही चयन किया जाएगा।
गणेश गोदियाल, प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस