देहरादून-दिल्ली एलिवेटेड हाईवे के लिए 11 हजार पेड़ काटे जाने हैं। इसके विरोध में शनिवार को देहरादून में पर्यावरणप्रेमी उतर आए। पर्यावरण प्रेमियों ने मोहंड से आशारोड़ी के बीच 11 हजार पेड़ काटने का विरोध किया।
पर्यावरण प्रेमियों और सामाजिक संगठन से जुड़े लोगों ने गांधी जयंती पर शनिवार को पेड़ बचाने के लिए हरियाली नहीं तो वोट नहीं आंदोलन शुरू कर दिया। उन्होंने मां डाट काली टनल के पास जमा होकर दिल्ली-देहरादून हाईवे पर मोहंड से आशारोड़ी तक प्रस्तावित एलीवेटेड रोड के लिए 11000 से अधिक पेड़ों के काटे जाने के विरोध में प्रदर्शन किया। सिटीजन फॉर ग्रीन दून के सचिव हिमांशु ने बताया कि एक तरफ तो सरकार वन्यजीवों के संरक्षण पर जोर दे रही हैं, वहीं पेड़ों को काटकर वन्यजीवों का आशियाना उजाड़ना चाह रही है। सरकार की इस मंशा को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि 11000 पेड़ों को काटने और परियोजना के पूरा होने पर सिर्फ 11 मिनट के समय की बचत होगी। हरियाली नहीं तो वोट नहीं आंदोलन में आगास, बीन देयर दैट दून, सिटीजन फॉर ग्रीन दून, सिटीजन फॉर क्लीन एंड ग्रीन एंबियंस, डीएनए, डू नाट ट्रैश, द अर्थ एंड क्लाइमेट इनीशिएटिव, द इको ग्रुप दून, द फेड आफ दून सोसायटी, फ्राइडे फार फ्यूचर, आइडियल फाउंडेशन खुशी की उड़ान चैरिटेबल ट्रस्ट, मेड बाय बीटीडी, मिट्टी फाउंडेशन, निरोगी भारत मिशन ट्रस्ट, पहाड़ परिवर्तन समिति, पराशक्ति प्रमुख, राजपुर कम्यूनिटी, तितली ट्रस्ट समेत कई संगठनों के पदाधिकारी शामिल रहे।