उत्तराखंड में 30 साल में सबसे ज्यादा तपिश,मार्च-अप्रैल दोनों महीने गुजरे सूखे-बारिश का इंतजार

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उत्तराखंड में 30 साल में पहली बार मार्च और अप्रैल दोनों महीने लगभग सूखे गुजर गए।अगले दो दिन में देहरादून का अप्रैल माह का तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस के ऑल टाइम रिकॉर्ड के आंकड़े को छू सकता है। इस साल मार्च का महीना लगभग सूखा बीता। मार्च में प्रदेश में सिर्फ 2.2 एमएम बारिश हुई, जो सामान्य बारिश से 96 फीसदी कम है।

इसी तरह अप्रैल में भी 26 तारीख तक सिर्फ 5.6 एमएम बारिश हुई है, जो सामान्य बारिश से 80 फीसदी कम है। इन दोनों महीने में 7.8 एमएम बारिश हुई, जो सामान्य बारिश से 91 फीसदी कम है। मौसम केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार मार्च में इससे पहले 2004 में ऐसी स्थिति रही थी, लेकिन तब अप्रैल में बारिश हुई थी।

इसी तरह अप्रैल माह में 2005 में 88 फीसदी, 1999 में 91 फीसदी और 1992 में 88 फीसदी कम बारिश हुई, लेकिन इन सालों में मार्च के महीने में बारिश अच्छी हुई। पिछले 30 सालों में ऐसा कभी नहीं हुआ कि मार्च और अप्रैल दोनों महीने सूखे रहे हों।

आग की घटनाएं रोकने के लिए अलर्ट : मौसम विभाग ने गर्मी को लेकर 29 अप्रैल तक रेड अलर्ट जारी किया है। इन दिनों में तापमान सामान्य से अत्यंत अधिक रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने पर्वतीय क्षेत्रों में जंगलों की आग तेजी से फैलने, मैदानी क्षेत्रों में भी आग लगने की घटनाएं होने को लेकर चेतावनी जारी की है।  संबंधित खबर

रेड अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने गर्मी का रेड अलर्ट जारी करते हुए वनाग्नि को फैलने से रोकने के इंतजाम करने, आपदा राहत सिस्टम एक्टिव करने, किसानों को फसल सुरक्षित रखने और सिंचाई करने, हिमस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में आवाजाही नहीं करने की सलाह दी है।