रामनगर के पूछड़ी में तनाव ! | Uttarakhand News | Ramnagar News

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जी हां दोस्तो उत्तराखंड में अतिक्रमण पर कार्रवाई तावतोड़ हो रही है, लेकिन जो खबर रामनगर के पूछड़ी से आई वो तनाव की खबर है। कैसे अतिक्रमण हटा तो शुरू हो गया बयान, क्यों ग्रामीणों ने अब पुलिस पर लगा दिए आरोप, दोस्तो खबर बेहद अहम है और संवदेनशील है। Tension in Poohri of Ramnagar दोस्तो रामनगर के पूछड़ी क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने के बाद हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई से प्रभावित ग्रामीण गुस्से में हैं, तो वहीं सुरक्षा बल तैनात हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस ने बैठक रोककर उन्हें डराया-धमकाया, और पुनर्वास की कोई व्यवस्था नहीं की गई। अब सवाल ये है—क्या ये विवाद बड़े आंदोलन का रूप ले सकता है? दोस्तो नैनीताल जिले के रामनगर में ग्राम पूछड़ी क्षेत्र में वन भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के बाद तनाव कम होने के बजाय और बढ़ता जा रहा है। रविवार को पुलिस, प्रशासन और वन विभाग की संयुक्त टीम ने क्षेत्र में अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया था। इसके बाद से प्रभावित परिवार और कई सामाजिक संगठन लगातार विरोध जता रहे हैं। इसी मुद्दे पर मंगलवार को ग्राम पूछड़ी के एकता चौक में एक बैठक बुलाई गई थी, लेकिन बैठक शुरू होने से पहले ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई और लोगों को वहां से हटाकर सभा को रोक दिया। दोस्तो स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस ने ग्रामीणों को डरा धमकार कहा कि अनुमति के बिना कोई बैठक नहीं होगी। बैठक रोके जाने के बाद माहौल में अफरा-तफरी पैदा हो गई।

इसके बाद आयोजकों ने बैठक स्थल बदलकर रामनगर के नागा बाबा मंदिर रोड स्थित व्यापार मंडल कार्यालय में सभा की। यहां मौजूद वक्ताओं ने पुलिस और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। दोस्तो लोगों का कहना था। अतिक्रमण हटाने के तीन दिन बाद भी प्रभावित परिवारों के लिए न तो रहने की कोई व्यवस्था की गई और न ही भोजन की। वहीं दोस्तो पीड़ित महिलाओं ने भी पुलिसिया कार्रवाई पर मोच्रा खोल दिया। कहा कि, वो अपने छोटे बच्चों के साथ खुले आसमान के नीचे कड़कड़ाती ठंड में रहने को मजबूर हैं। प्रशासन ने पहले घर तोड़े और अब कोई मदद भी नहीं दे रहा। वहीं दावा ये किया कि आज पुलिस ने साफ शब्दों में कहा कि अगर सभा की गई तो जेल भेज दिया जाएगा. गांव में पुलिस ऐसा माहौल बना रही है कि लोग डरकर अपनी बात तक नहीं कह पा रहे। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने गांव में बिजली और पानी के कनेक्शन भी काट दिए हैं, जिससे प्रभावित परिवार एक-एक बूंद पानी के लिए परेशान हैं। उनका कहना है कि यह कार्रवाई पूरी तरह गरीब परिवारों के उत्पीड़न जैसी है। इसके अलावा दोस्तो ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द पुनर्वास की उचित व्यवस्था नहीं की गई, तो यह विरोध एक बड़े जन आंदोलन में बदलेगा। साथ ही उन्होंने मामले को न्यायालय तक ले जाने की भी बात कही है। फिलहाल क्षेत्र में पुलिस बल तैनात है और स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।

दोस्तो नैनीताल जिले के रामनगर के पुछड़ी क्षेत्र में आरक्षित वन भूमि से अतिक्रमण हटाने को लेकर बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की गई। वन विभाग और प्रशासन की संयुक्त टीम ने सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच 52 अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया। जिसके बाद लोग अपने घरों को ध्वस्त होने पर भावुक दिखाई दिए। कार्रवाई के दौरान कई परिवारों को रोते-बिलखते हुए भी देखा गया। मौके पर मौजूद एडीएम विवेक राय ने जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्रवाई पूरी तरह कानूनी प्रक्रिया के तहत की गई है। उन्होंने कहा कि सभी अतिक्रमणकारियों को पहले ही नोटिस जारी किए गए थे, उन्हें अपनी बात रखने का पूरा अवसर दिया गया और पूर्ण सुनवाई के बाद ही निष्कासन की कार्रवाई की गई, लेकिन एक नया विवाद यहां पर जन्म ले रहा है।