Junior Assistant Exam को लेकर उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने उठाए सवाल, निशाने पर UKPSC और धामी सरकार

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Uttarakhand Junior Assistant Exam News: रविवार 5 मार्च को एक लाख 14 हजार अभ्यर्थियों ने उत्तराखंड लोक सेवा आयोग (UKPSC) द्वारा संपन्न करवाई गई कनिष्ठ सहायक परीक्षा दी। सरकार और पुलिस प्रशासन ने दावा किया कि 445 पदों के लिए 412 केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई। लेकिन इस दौरान एक बार फिर बेरोजगार संघ से जुड़े छात्रों ने इस परीक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने कहा, “भारत के इतिहास में पहली बार एक परीक्षा के अलग-अलग पेपर सेट होने के बाबजूद प्रश्न नम्बर 01 से लेकर 100 तक सभी प्रश्न एक समान क्रम में थे। साथ ही उन्हीं प्रश्नों के उत्तरों की श्रृंखला भी 01 से लेकर 100 तक समान थी। जिससे कि यह अनुमान लगाया जा सकता है कि किन विशेष व्यक्तियों को फायदा पहुंचाने के लिए इस प्रकार की नीति अपनाई गई।

बॉबी पंवार ने यह भी आरोप लगाया है कि कई जगहों पर प्रश्नपत्र बुकलेट की सील टूटे होने के साक्ष्य भी मिले हैं और कई अभ्यर्थियों के पेपर में सील तक नहीं थी। पंवार ने यह भी आरोप लगाया कि इतना ही नहीं एक अभ्यर्थी ने फोन कर सूचना दी है की उसके आगे वाली सीट पर बैठे अभ्यर्थी की ओएमआर की छायाप्रति भी गायब थी। साथ ही कई अभ्यर्थियों के प्रश्न पुस्तिका क्रमांक तथा उत्तर पुस्तिका क्रमांक अलग अलग थे जो कि हमेशा समान होते हैं। जिसके बाद आयोग ने स्पष्ट किया है कि सभी सीरीज में एक क्रम में प्रश्न पत्र का नकल से कोई भी ताल्लुक नहीं है और आयोग की तरफ से सभी केंद्रों पर पारदर्शी परीक्षा कराने का प्रयास किया गया है। सभी केंद्रों पर बेहतर तरीके से परीक्षा की निगरानी की गई है, इस दौरान कहीं से भी नकल या किसी की अनियमितता की जानकारी सामने नहीं आई है।