भारत के पहले गांव की मां का दर्द…’बेटा तभी तक अपना जब तक शादी नहीं हुई थी’
बुजुर्ग महिला की दर्द भरी कहानी…बेटों ने छोड़ा साथ…मुश्किल से मिलता है दाना-पानी !
मां की ममता क्या होती है एक मां से सुनिए…पता चल जाएगा मां क्या होती है ?
किसी को घर मिला हिस्से में या दुकां आईं…मैं घर में सबसे छोटा था..मेरे हिस्से में मां आई…मशहूर शायर मुन्नवर राणा की लिखी ये लाइनें…ऐसा लग रहा अब झूठी साबित हो रही हैं…उत्तराखंड में एक मां की ममता की कहानी हम आपको सुनाने जा रहे हैं…अगर आप अपनी मां से प्यार करते हैं…तो इस स्टोरी को पूरा सुने बिना नहीं जाएंगे…हम आपको ऐसा करने से बोल रहे हैं..उससे लिए माफी मांगते हैं…लेकिन फिर भी हम कहेंगे कि….इक मां का दर्द आपको सुनना चाहिए…और लोगों को भी सुनाना चाहिए..कहते हैं कि…मां दुनिया है…जिसने बच्चे के जन्म दिया…अपने बच्चों का पालन पोषण किया…बच्चों के लिए मां क्या नहीं करती…वो हर मुश्किलों से गुजर सकती है…जिसमे बच्चे की खुशी होती है…बच्चे की ममता में एक मां इस तरह डूबी होती है…कि न तो उसे खाने की फिक्र रहती है…और न ही दूसरे की चिंता…क्योंकि बच्चे के पालन पोषण में ही मां की उम्र धीरे धीरे ढल जाती है…9 महीने तक पेट में रखना…उसके साथ मुश्किलों का सामना करना…खाना भी बनाना है…परिवार को भी देखना है…इन सब जिम्मेदारियों को निभाते हुए…एक मां अपने बच्चे की जिम्मेदारी नहीं भूलती…जन्म के बाद बच्चा जैसे जैसे बड़ा होता जाता है…मां की ममता भी उतनी बड़ी होती जाती है…वो अपने बच्चे को पढ़ा लिखाकर हर मुकाम तक ले जाती है…और भगवान से प्रार्थना भी करती है…कि उसके बच्चे को कभी किसी तरह की तकलीफ न हो…कोई ऐसा पल न आए कि…उसके बच्चे को कभी ऐसा लगे कि…आज मेरे पास ये नहीं है…क्योंकि अपने बच्चों के लिए एक मां ही होती है…जो 100 परसेंट देती है…बाकी आपको दुनिया भर में नापतौल का लेखा जोखा मिल जाता है…हम आपको पहले के वीडियो दिखाते हैं…और एक मां का दर्द सुनाते हैं…फिर बताएंगे…कि इस मां के साथ ऐसा क्या हुआ है…जो .ये इतनी दर्द में है…कि आंखों के आसू तक नहीं रोक सकी…
माणा गांव चमोली जिले का एक छोटा सा गांव है.,…..जिसे भारत का आखिरी गांव कहा जाता था…लेकिन मोदी सरकार ने अब इस गांव को भारत का पहला गांव कर दिया है….ये वीडियो भी इसी गांव की एक बुजुर्ग महिला का वायरल हो रहा है…खूबसूरत पहाड़ियों के बीच में खेत में काम करती एक मां अपने दर्द को बयां कर रही है….एक मां बता रही है कि..कैसे उसके साथ इतना गलत हो गया…बच्चों को पालन पोषण किया…लेकिन शादी के बाद बहू आई तो बच्चा उसी दिन से पराया हो गया…हम नहीं ये मां कह रही है..जो आप सुन भी चुके हैं….वी़डियो में मां बच्चों को याद कर रोने भी लगती है…आंखों से उसके दर्द की कहानी कुछ ऐसी है…जिसे सुनने के बाद आपकी आँखों से भी आंसू आ जाएंगे…मां ये भी बताती है कि…किस तरह से बच्चों ने छोड़कर उसे अकेला कर दिया…लेकिन फिर भी उसको दिक्कत नहीं है…क्योंकि मां खुद बताती है कि…पति नौकरी में थे…तो खाने पीने की दिक्कत नहीं है…लेकिन तकलीफ इस चीज की है….कि हमारे सामने हमारे बच्चे चले गए..नहीं तो खाने पीने की दिक्कत नहीं होती…इस मां की कहानी सुनकर पूरे उत्तराखंड के लोगों का दिल रो रहा होगा…क्योंकि दर्द भरी आंखों से आसूं पोछने के लिए मां के बेटे लौट कर गांव की तरफ नहीं आते….नहीं तो इस बुजुर्ग मां के दर्द की कहानी …इतनी गंभीर नहीं होती…अब हम आपसे एक रिक्वेस्ट करना चाहेंगे…कि इस वीडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर जरुर करें…जिससे हो सके एक मां की बेटों तक ये वीडियो पहुंच जाए…शायद मां की आंखों से दर्द के आंसू की जगह खुशी के आंसूं निकल सकें.