बीते दिनों नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की रिपोर्ट में दंग कर देने वाला खुलासा हुआ है। सर्वप्रथम आपको बता दें, उत्तराखंड प्रदेश में हर तीसरा व्यक्ति शराब पीने का शौकीन है, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि डेढ़ करोड़ की आबादी वाले प्रदेश में आबकारी विभाग का वित्तीय वर्ष लगभग 6000 करोड़ रुपए का टारगेट होता है, जिसको सरकार पूरा भी कर लेती हैं। पहाड़ी जिलों में नशे का चलन काफी बढ़ चुका है। आपको जानकर हैरानी होगी की शराब पीने के मामले में उत्तराखंड के पुरूष उत्तर भारत में पहले स्थान पर है।
नेशनल फैमिली हेल्थ ने देशभर में सर्वे करवाया, जिसमें जानने की कोशिश की गई कि आखिरकार किस राज्य में कितने प्रतिशत महिलाएं और पुरुष शराब पीते हैं। उत्तराखंड में लगभग 32.1 प्रतिशत पुरुष शराब का सेवन कर रहे हैं। यह उत्तर भारत के राज्यों में सबसे ज्यादा दर है। दूसरे नंबर पर भी पर्वतीय राज्य हिमाचल प्रदेश है। जहां 31.9 प्रतिशत पुरुष शराब का सेवन करते हैं। 27.9 प्रतिशत के साथ दिल्ली तीसरे नंबर है। उत्तर भारत में सबसे कम जम्मू एवं कश्मीर में 10.5 प्रतिशत लोग शराब का सेवन करते हैं। जबकि महिलाओं को लेकर राहत भरी खबर है। ये सर्वे महिलाओं पर भी किया गया और सर्वे में बताया गया कि उत्तराखंड में शराब पीने वाली महिलाओं की संख्या 0.1 प्रतिशत है।
उत्तराखंड राज्य ने उत्तर भारत के सभी राज्यों को शराब पीने के मामले में पछाड़ दिया है। लेकिन यहां के युवाओं के स्वास्थ्य के लिए यह बिल्कुल भी सही नहीं है। आपको बता दे, सबसे अधिक महिलाएं लद्दाख में शराब का सेवन कर रही हैं। देश भर में गोवा एक ऐसा राज्य है जहां पर शराब का सबसे ज्यादा सेवन किया जा रहा है।