छात्रों पर लाठीचार्ज से गरमाई उत्तराखंड की सियासत, मंत्रियों ने विपक्ष पर लगाया भड़काने का आरोप

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उत्तराखंड में भर्ती घोटाला और पेपर लीक मामले को लेकर आक्रोशित छात्रों ने सरकार से सीबीआई जांच की मांग की। वहीं, इस दौरान पुलिस और छात्रों में कहासुनी हो गई। जिसके बाद छात्रों ने पथराव किया, जिसके जवाब में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर जमकर लाठियां भांजी। जिसके बाद से प्रदेश का सियासी पारा हाई है। सरकार और बीजेपी इस पथराव के पीछे कांग्रेस का हाथ बताया है। वहीं कांग्रेस ने भी सरकार पर जमकर निशाना साधा। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने देहरादून में युवाओं पर लाठीचार्ज की घटना को लेकर प्रदेश की भाजपा सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने ट्वीट किया कि उत्तराखंड में भाजपा सरकार का भ्रष्टाचार युवाओं की जिंदगी बर्बाद कर रहा है। राहुल ने कहा कि पेपर लीक होने से त्रस्त युवा जब अपनी जायज मांगों को लेकर सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन करने बैठे तो उन पर सरकार बर्बरता से लाठी चार्ज करा रही है।

विपक्षी हमलों का जवाब देने के लिए धामी सरकार के मंत्री भी मैदान में उतर आए। उन्होंने विपक्ष पर युवाओं को भड़काने का आरोप लगाया। साथ ही युवाओं से अपील की कि वे धैर्य बनाए रखें और किसी के बहकावे में न आएं। सरकार के सभी मंत्रियों ने वीडियो बयान जारी कर युवाओं से अपील के साथ उन्हें आश्वस्त किया कि किसी के साथ भी अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, सुबोध उनियाल, सौरभ बहुगुणा, रेखा आर्य, गणेश जोशी ने कहा कि सरकार हर कदम पर युवाओं के साथ खड़ी है। किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। कहा कि भर्ती परीक्षाओं को पारदर्शी बनाने के लिए सरकार ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। पेपर लीक मामले में 55 लोगों को जेल भेजा गया। यह कठोर कदम धामी सरकार ही उठा सकती है।

कांग्रेस बेरोजगारों पर लाठीचार्ज के विरोध में आज प्रदेशभर में सरकार का पुतला फूंकेगी। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि भर्ती घपलों की जांच की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे बेरोजगारों पर पुलिस लाठीचार्ज की पार्टी कड़ी निंदा करती है। इसके विरोध में आज प्रदेशभर के जिला एवं महानगर मुख्यालयों में भाजपा सरकार का पुतला दहन किया जाएगा। वहीं, पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी बेरोजगार युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर सरकार को घेरा है। हरीश रावत ने कहा बड़ी दुख की बात है। जो बच्चे एक ऐसा तंत्र और ऐसी व्यवस्था मांग रहे हैं कि वो अपनी योग्यता का स्वच्छ निर्धारण करवा सकें। एक निष्पक्ष परीक्षा तंत्र मांग रहे हैं, उन पर निर्मम लाठीचार्ज किया जा रहा है।