Uttarkashi Tunnel Rescue: टनल में हाथों से खुदाई..बस अब 2 मीटर दूर मजदूर, मिलने वाली है खुशखबरी

उत्तरकाशी में टनल में फंसे मजदूरों का रेस्क्यू ऑपरेशन निर्णायक मोड पर है। बताया जा रहा कि बस कुछ ही घंटे के भीतर इन श्रमिकों को बाहर निकाल लिया जाएगा।

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उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले स्थित सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने का अभियान जारी है। Uttarkashi Tunnel Collapse मजदूरों के बाहर निकालने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। बताया जा रहा कि बस कुछ ही घंटे के भीतर इन श्रमिकों को बाहर निकाल लिया जाएगा। विशेषज्ञों की निगरानी में मजदूरों को वहां से निकालने के लिए हॉरिजॉन्टल और वर्टिकल ड्रिलिंग हो रही है। सुरंग के बाहर अफसरों की हलचल तेज हो गई है। माइक्रो टनलिंग विशेषज्ञ क्रिस कूपर ने कहा, सुरंग में अब दो से तीन मीटर ड्रिलिंग ही बची है। हम शाम पांच बजे तक कुछ परिणाम देखने की उम्मीद कर रहे हैं। रेस्क्यू टीम अब श्रमिकों से केवल तीन मीटर ही दूर है। कर्नल राहत एवं बचाव अभियान के प्रभारी कर्नल दीपक पाटिल ने बताया कि मैन्युअल ड्रिलिंग 53.9 मीटर तक हो गई है। 57 मीटर पर ब्रेकथ्रू होने की उम्मीद है।

इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बार फिर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को फोन कर सिलक्यारा में सुरंग में फंसे श्रमिकों के राहत और बचाव कार्य के बारे में जानकारी ली। सीएमओ ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सुरंग में फंसे श्रमिकों का हालचाल जाना है। प्रधानमंत्री ने ड्रिलिंग के संबंध में पूरी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि अंदर फंसे श्रमिकों की सुरक्षा के साथ-साथ बाहर राहत कार्य में लगे लोगों की सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि अंदर फंसे श्रमिकों के परिवारों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने आगामी रणनीति पर भी की चर्चा। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया कि मैनुअल खुदाई का काम शुरू हो गया है। अब तक कुल 52 मीटर पाइप धकेला जा चुका है। अगर कोई बड़ी बाधा नहीं आई तो जल्द ही सभी मजदूरों को निकाल लिया जाएगा।