बेजुबान का शिकार…STF के हत्थे चढ़े 4 वन्यजीव तस्कर, बाघ की खाल और हड्डी बरामद

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उत्तराखंड एसटीएफ वाइल्डलाइफ क्राईम कंट्रोल ब्यूरो दिल्ली और तराई पूर्वी वन प्रभाग हल्द्वानी की एसओजी की संयुक्त टीम ने उत्तराखंड में अब तक की सबसे लंबी बाघ की खाल और 15 किलो हड्डियां बरामद की हैं। एसटीएफ ने 4 तस्करों को भी गिरफ्तार किया है। एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि सीओ टीएस सुमित पांडे के नेतृत्व में उत्तराखंड एसटीएफ, लाइफ वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो दिल्ली और तराई पूर्वी वन प्रभाग हल्द्वानी की एसओजी की संयुक्त टीम वन्यजीवों के तस्करों की तलाश में गश्त कर रही थी। शनिवार देर रात को वन्यजीव अंग के तस्करों के आने की सूचना मिली। जिस पर टीम में एक बोलेरो को खटीमा पहेनिया टोल प्लाजा पर रोका। टीम ने जब गाड़ी की जांच की तो अंदर से बाद की 11 फीट लंबी खाल और लगभग 15 किलो हड्डियां बरामद हुई।

इतनी लंबी खाल और बाघ की हड्डियों को देखकर एक बार तो टीम भी हैरान रह गई क्योंकि उत्तराखंड में यह अपनी तरह का पहला मामला है कि जब बाघ की 11 फीट लंबी कार बरामद हुई है। संयुक्त टीम ने कृष्ण कुमार निवासी ग्राम बगीचा, गजेंद्र सिंह, संजय कुमार और हरीश कुमार सभी निवासी कोठी कालिका, थाना धारचूला, पिथौरागढ़ को गिरफ्तार कर लिया। इन चारों के खिलाफ वन्यजीव अधिनियम और वाइल्डलाइफ एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। एसटीएफ के अनुसार आरोपी लंबे समय से वन्यजीव अंगों की तस्करी में लिप्त है। जांच के दौरान आरोपियों ने बताया कि वे लोग यह बाघ की खाल और हड्डियां काशीपुर निवासी एक व्यक्ति से लेकर आए हैं और खटीमा में भेजने का इरादा था। एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि यह अब तक की सबसे बड़ी बाघ की खाल बरामद हुई है। इतने बड़े बाघ का शिकार कहां और कब किया गया इसके बारे में फिलहाल जांच की जा रही है।