उत्तराखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र में जहां पूरा प्रश्नकाल प्रदेश में पंचायत चुनावों में कथित धांधली और बिगड़ती कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर तत्काल चर्चा कराए जाने की मांग पर अड़े मुख्य विपक्षी कांग्रेस के सदस्यों के शोर-शराबे की भेंट चढ़ गया। नारेबाजी और हंगामे के बीच कांग्रेस सदस्यों ने विधानसभा सचिव की मेज तक पलट दी, जिसके कारण सदन की कार्यवाही बार-बार स्थगित करनी पड़ी और प्रश्नकाल नहीं हो सका। विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले दिन की कार्यवाही में जिस तरह से विपक्ष के विधायकों ने व्यवधान डाला वो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। सीएम ने कहा कि भराड़ीसैंण हम सबकी भावनाओं का केंद्र है, इसलिए सरकार ने मॉनसून के दौरान भी भराड़ीसैंण में सत्र आहूत करने का निर्णय लिया।
उन्होंने कांग्रेस पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि, विपक्ष देशभर में जहां जहां चुनाव हारता है, वहां इसी तरह कभी ईवीएम, चुनाव आयोग, सरकार से लेकर प्रशासन पर अनाप शनाप आरोप लगाता है। इसी भावना के तहत विपक्ष ने मंगलवार को मेज तोड़ने के साथ ही विधानसभा अध्यक्ष के सामने कागज के पुतले फेंकने का काम किया, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। सीएम ने कहा कि सरकार मौजूदा सत्र में अनूपुरक बजट के साथ ही कई अहम विधेयक पेश करने जा रही है। सभी अल्पसंख्यक वर्गों के शिक्षण संस्थानों को लाभ देने के लिए सरकार उत्तराखंड अल्पसंख्यक शैक्षिक संस्थान विधेयक, 2025, ला रही है. इससे जहां अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधरेगी, वहीं कामकाज में भी पारदर्शिता आएगी।