आईएएस रामविलास यादव के ठिकानों पर विजिलेंस की छापेमारी, आय से 500 गुना अधिक संपत्ति का मामला

Share

देहरादून: लगातार पूछताछ से बचने और विजिलेंस जांच को हल्के में लेते आ रहे उत्तराखंड के समाज कल्याण विभाग में अपर सचिव रामविलास यादव की घेराबंदी तेज हो गई है। आय से अधिक मामले में धीरे आईएएस अधिकारी रामविलास यादव अब उत्तराखंड विजिलेंस के रडार पर आ गए हैं। शनिवार को विजिलेंस की तीन टीमों ने आईएएस रामविलास यादव के देहरादून, उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ और गोरखपुर स्थित ठिकानों पर रेड की है। बताया जा रहा है कि विजिलेंस को इस छापेमारी में कई अहम चीजें हाथ लगी हैं।

देहरादून में डीएसपी अनुषा के नेतृत्व में मामले में कार्रवाई चल रही है। वहीं लखनऊ में यादव के घर एएसपी रेनू लोहनी की टीम पहुंची है। जबकि गोरखपुर में विजिलेंस के डीएसपी अनिल मनराल कार्रवाई कर रहे हैं। उत्तरप्रदेश की अखिलेश सरकार में लखनऊ विकास प्राधिकरण-LDA से लेकर कई अहम जिम्मेदारियों पर रहे IAS रामविलास के खिलाफ विजिलेंस ने 19 अप्रैल को आय से अधिक संपत्ति जुटाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया था। यादव पर कई घोटालों के आरोप लगे हैं और उन पर आय से 500 गुना अधिक संपत्ति जुटाने का आरोप लगा है जिसकी जांच विजिलेंस टीम कर रही है। रामविलास यादव उत्तर प्रदेश से लेकर उत्तराखंड सरकार के निशाने पर हैं।

उत्तराखंड विजिलेंस की तरफ से रामविलास यादव और उनके करीबियों से जुड़े सात ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की जा रही है। आईएएस डॉ रामविलास यादव के पुरनिया स्थित दिलकश विहार रानी कोठी सीतापुर रोड लखनऊ, गुड़म्बा, कुर्सी रोड स्थित जनता विद्यालय में विजलेंस उत्तराखंड ने मारा छापा, चल रही कार्रवाई। इसके अलावा प्रदेश के गाजीपुर जिला, गाजियाबाद जिला व उत्तराखंड के ठिकानों पर भी विजलेंस ने एक साथ छापा। आईएएस रामविलास यादव 30 जून को सेवानिवृत्त होने वाले हैं। खबर है कि रामविलास यादव इन कार्रवाई से पहले ही छुट्टी पर चले गए हैं।