देहरादून: तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप ने अब तक हजारों लोगों की जान ले ली है। वहीं एक बुरी खबर यह भी है कि मरने वालों की संख्या में एक शख्स भारतीय भी है, जो कि उत्तराखंड का रहने वाला है। जो कंपनी के काम के लिए तुर्की गए थे। यहां वह एक होटल में रुके हुए थे। भूकंप आने के बाद से वह लापता थे जिसके बाद आज तुर्की में भारतीय दूतावास ने उनकी मौत की पुष्टी की है। उनका शव होटल के मलबे में दबा मिला। विदेश मंत्रालय की ओर से विजय के शव को कोटद्वार लाने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
बता दे, जयहरीखाल ब्लॉक के ग्राम दकसुण, हाल निवासी नेगी चौक पदमपुर सुखरो कोटद्वार निवासी विजय कुमार गौड़ (36) पुत्र स्व. रमेश चंद्र गौड़ बेंगलुरू की ऑक्सीप्लांट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में नौकरी करता था। 22 जनवरी को वह कंपनी के काम से तुर्किये गया था। वह तुर्किये के ‘होटल अवसर’ में ठहरा हुआ था। छह फरवरी की सुबह 4:00 बजे आए भूकंप में उसका होटल भी ध्वस्त हो गया था। तब से उसका कुछ पता नहीं चल रहा था। विजय के रिश्तेदार विमल ध्यानी ने बताया कि शनिवार शाम को दूतावास की ओर से विजय के परिजनों को एक व्यक्ति के शव की फोटो भेजी गई।
उसके हाथ पर ओम गुदा होने पर उसकी शिनाख्त हुई। बताया कि खोज के दौरान होटल की दूसरी मंजिल में विजय का सामान मिला और ग्राउंड फ्लोर पर मलबे में दबा हुआ उसका शव बरामद हुआ है। संभवत: भूकंप आने के बाद वह होटल से बाहर भाग रहा था तभी वह ध्वस्त होते होटल के मलबे में दब गया। शनिवार को होटल से विजय का शव इस्तांबुल लाया जाएगा। इसके बाद वहां से दिल्ली और उसके बाद कोटद्वार लाया जाएगा। विजय की मौत के बाद उसके परिवार में कोहराम मचा हुआ है और पूरा परिवार शोक में डूबा हुआ है। आस-पड़ोस के लोग विजय के परिवार को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं। वहीं विजय की पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है।