उत्तराखण्ड में मौसम ने बदली करवट, चारों धामों में सीजन की पहली बर्फबारी; बढ़ी ठिठुरन

केदारनाथ, बद्रीनाथ, हेमकुंड साहिब, मद्महेश्वर, माणा, घस्तोली, बाड़ाहोती, सुमना और तुंगनाथ सहित ज्यादा ऊंचाई वाले पहाड़ी इलाकों में रविवार देर शाम को बर्फबारी शुरू हुई।

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उत्तराखंड में आखिरकार मौसम ने करवट ली है। उत्तरकाशी समेत प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हुई है। Uttarakhand Heavy Snowfall जिससे पहाड़ से लेकर मैदान तक तापमान गिरने से ठिठुरन बढ़ गई है। रविवार दोपहर बाद मौसम का मिजाज बदलने से चारों धामों सहित हर्षिल घाटी में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। लंबे इंतजार के बाद आखिर सूखे पहाड़ एक बार फिर से बर्फ से लकदक हो गए हैं. बदरीनाथ, हेमकुंड, फूलों की घाटी, औली और जोशीमठ में झमाझम बर्फबारी शुरू हो गई है. बदरीनाथ और हेमकुंड में लगभग 4 इंच तक बर्फ जम चुकी है. वहीं औली में 2 इंच, जोशीमठ में 1 इंच बर्फ अभी तक जम चुकी है। वहीं बर्फबारी से अचानक ठंड बढ़ गई है और लोग ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं।

इस साल बारिश और बर्फबारी का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था। अमूमन नवंबर माह से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी व निचले क्षेत्रों में बारिश का दौर शुरू हो जाता है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ, बल्कि इसकी जगह केवल सूखी ठंड पड़ने से बच्चे और बड़े सभी सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार की चपेट में आ रहे थे। वहीं, काश्तकार भी सेब सहित अन्य फसलों के उत्पादन को लेकर चिंता जताने लगे थे। लेकिन रविवार दोपहर बाद मौसम बदलने से स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों के चेहरे खिल उठे। उधर, केदारनाथ, मद्महेश्वर, तुंगनाथ सहित अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रविवार को दोपहर बाद मौसम बदला और देर शाम को बर्फबारी शुरू हो गई।