Uttarakhand Weather Update: उत्तराखंड में मौसम लगातार करवट बदल रहा है। भारी वर्षा का क्रम थमने के बाद बीते दो दिन से दून में चटख धूप खिल रही है। इस बीच बीते दिनों कहीं भूस्खलन कहीं भारी बारिश तो कहीं अतिवृष्टि की खबरें सामने आती रही। आज से मौसम ने अपना रुख बदल लिया है चमोली, बागेश्वर, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग में आज बहुत भारी बारिश की संभावना का ऑरेंज अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है।
इन जिलों में कुछ इलाकों में तेज गर्जना के साथ बिजली गिरने की भी संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि बहुत भारी बारिश की संभावना को देखते हुए नदियों, नालों के किनारे बसे लोगों के साथ ही भूस्खलन संभावित इलाकों में बसे लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। वहीं, देहरादून जिले में भारी बारिश को देखते डीएम सोनिका ने आपदा प्रबंधन से जुड़े अफसरों को अलर्ट रहने के आदेश दिए हैं।
वही, सोमवार और मंगलवार को दून में अधिकतम पारा 36 डिग्री सेल्सियस से अधिक रिकार्ड किया गया, जोकि सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस ज्यादा था। गौर करने वाली बात यह है कि पिछले 72 साल में अगस्त में यह दून का सर्वाधिक तापमान है। इससे पहले वर्ष 1949 में अगस्त में 37.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था, जोकि आल टाइम रिकार्ड है। इसके बाद वर्ष 2021 तक अगस्त में कभी भी पारे ने 36 डिग्री सेल्सियस के आंकड़े को नहीं छुआ।
चमोली जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की 45 सड़कें भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन से बंद हैं। प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग गोपेश्वर की 7, प्रांतीय खंड कर्णप्रयाग की 8, पीएमजीएसवाई कर्णप्रयाग की 10, पीएमजीएसवाई (लोनिवि) पोखरी की छह सड़कें कई दिनों से बंद हैं। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंद किशोर जोशी ने बताया कि सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी लगाई गई है। बार-बार बारिश होने से खोली गई सड़कें दोबारा बाधित हो रही हैं।