What happened in Uttarakhand Panchayat elections? | Uttarakhand News | Panchayat Election | BJP |

Share

उत्तराखंड पंचायत चुनाव के नतीजों की तस्वीर साफ हो गई है। एक तरफ जहां ग्रामीणों ने युवाओं पर ज्यादा भरोसा जताया, तो वहीं जनता ने कई ऐसे प्रत्याशियों को जमीनी हकीकत से रूबरू कराया। Youtuber Deepa Negi इंटरनेट की चमक-दमक और सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोअर्स रखने वाले युवा जब मैदान में उतरे तो जमीनी सच्चाई से उनका आमना-सामना हुआ। किसी को सिर्फ 55 वोट मिले तो किसी को 269 वोट पर ही संतोष करना पड़ा। अगस्त्यमुनि ब्लाक की घिमतोली निवासी दीपा नेगी पहाड़ी अपनों को दिल नहीं जीत पाईं और प्रधानी का चुनाव हार गईं। यू-ट्यूब पर ही दीपा के 1.28 लाख सब्सक्राइबर हैं। घिमतोली ग्राम पंचायत में प्रधान पद के भाग्य आजमाने वाली दीपा इंटरनेट मीडिया का चर्चित चेहरा हैं। उनकी रील व ब्लाग को लाखों लाइक मिलते हैं। इसी प्रसिद्धि के बूते उन्होंने इस बार ग्राम प्रधान के पद पर चुनाव लड़ने का फैसला किया, लेकिन घिमतोली के मतदाताओं का दिल नहीं जीत पाईं।

दीपा नेगी को उम्मीद थी कि वो इस चुनाव में पक्का जीतेंगी। क्योंकि सोशल मीडिया पर उनकी अच्छी खासी फैन फॉलोइंग है, लेकिन जनता ने दीपा नेगी को नकार दिया। दीपा नेगी को प्रधानी के चुनाव में मात्र 256 वोट मिले हैं। चुनाव हारने के बाद दीपा नेगी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इसका कारण यह है कि यूजर्स उन्हें कई तरह के कमेंट कर रहे हैं। कोई उन्हें दोबारा मेहनत करने की सलाह दे रहा है, तो कोई उनकी हार का मजाक भी बना रहा है। दीपा ने बताया कि वह पहली बार पंचायत का चुनाव लड़ीं। उम्मीद थी कि जीत मिलेगी, लेकिन जनता ने उन्हें नकार दिया। हालांकि, वह भविष्य में फिर गांव वालों का भरोसा जीतने का प्रयास करेंगी। हल्द्वानी की बच्चीनगर ग्राम पंचायत से भीम सिंह भी चुनाव मैदान में थे। उनके यूट्यूब पर 21,000 सब्सक्राइबर्स और फेसबुक पेज पर 24,000 फॉलोअर्स हैं। लेकिन वोट मिले केवल 955, जबकि विजेता हरेंद्र सिंह को 1,534 वोट मिले।