जी हां दोस्तो ये हमारे रिश्तों को क्या हो गया है, कैसे अपने उत्तराखंड में रिश्ते हो गए शर्मचार, पति-पत्नी ने कर डाला ऐसा कांड की मां भी देखती रही और छोटे भाई के काट दिए दोनों हाथ, आखिर क्यों किया ऐसा। Deadly Attack On Brother बताउंगा आपको अपनी इस रिपोर्ट के जरिए। दगड़ियो उत्तराखंड से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। जहां रिश्तों की मर्यादा को शर्मशार कर दिया गया, वहीं भाई-भाभी ने किया ऐसा कांड, जिसे सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे और सबसे चौंकाने वाली बात? मां ने भी इस मामले में दिया साथ! आखिर क्या हुआ और कैसे टूट गए रिश्तों के वो पवित्र बंधन, कट गए एक युवा के दोनों हाथ। देवभूमि उत्तराखंड लगातार अपराधों की भूमि बनता जा रहा है, जिसके चलते प्रदेश की छवि तो लगातार धूमिल हो ही रही है। लेकिन इसके साथ ही यहां पर अपने परिवार के लोग ही अपनों की जान के दुश्मन बन बैठे हैं। ऐसा ही कुछ दिल दहला देने वाला मामला टिहरी जिले से सामने आ रहा है, जहां पर एक युवक के घर वालों ने उसके दोनों हाथ कटवा दिए। घटना के बाद से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है वही दूसरी ओर अब अच्छा खासा युवक विकलांग हो गया है।
दोस्तो टिहरी जिले के बालगंगा तहसील के बासर पट्टी के लस्यारलगांव का निवासी 25 वर्षीय अंग्रेज सिंह पुत्र स्व गजे सिंह बिष्ट और उसका बड़ा भाई पूरब सिंह मुंबई में काम करते हैं, जबकि उनकी मां जेठी देवी और पूरब सिंह की पत्नी अंजलि घर पर रहती है। पूरब 2 महीने पहले घर आया था जिसकी अपनी पत्नी अंजलि से अनबन चल रही थी, जिसे लेकर मां बेटी और बहू मे विवाद हुआ था। इसके बाद उन्होंने अंग्रेज को फोन कर घर बुलाया। बीते 20 दिसंबर की रात जैसे ही अंग्रेज घर पहुंचा तो परिवार के बीच फिर से विवाद बढ़ गया और पूरब और उसकी पत्नी अंजलि ने अंग्रेज सिंह पर चाकू और अन्य धारदार हथियारों से वार किया। इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने अंग्रेज के दोनों हाथों पर चाकू से प्रहार कर हाथ की हड्डिया तक बाहर निकाल दी जबकि गले पर भी वार किया जिससे अंग्रेज की हालत पूरी तरह बिगड़ गई। दोस्तो अंग्रेज दर्द से तड़पता रहा जिसके बाद में पूरब सिंह खुद उसे 108 एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेलेश्वर ले गया। जहां पर चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेस अस्पताल श्रीनगर रेफर किया लेकिन गंभीर स्थिति को देखते हुए वहां से डॉक्टर ने अंग्रेज को ऋषिकेश भेजा।
अंग्रेज की दशा को देखकर डॉक्टर दंग रह गए जिन्होंने अधिक चोट और संक्रमण के चलते दोनों हाथ काटकर उसकी जिंदगी बचाई, हालांकि इस मामले पर अंग्रेज ने आरोप लगाया कि उन्होंने डॉक्टर से दोनों हाथ काटने को मना किया लेकिन फिर भी उन्होंने जबरन उसके हाथ काटे जिसके लिए अंग्रेज के बड़े भाई पूरब ने डॉक्टर को ₹12,000 दिए थे। दोस्तो इस ह्रदय विदारक घटना पर अब समाज के लोग भी सामने आ रहे हैं, सामाजसेवी इस मामले को गंभीर और ग्रामप्रदान से लेकर मानवता पर कलंकित करने का काम किया देषियों पर कार्वाई हो। दोस्तो इस मामले में अंग्रेज की तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर दिया है। पुलिस प्रशासन की टीम पूरे मामले की जाँच पड़ताल मे जुटी हुई है, लेकिन इस मामले ने पूरे पहाड़ को हिलाकर रख दिया।