जी हां दोस्तो अपने उत्तराखंड में अब माहौल ऐसा बिगड़ रहा है, कि ना सड़क सुरक्षित है ना घर, कानून की धज्जिया कोई भी कहीं उड़़ा लेगा। अब रामनगर की सड़क पर ऐसा क्या हुआ एक युवक के साथ कि जनता का गुस्सा फूट रहा है। लोग ये पूछ रहे हैं कि क्यों खतरे में पड़ चुका है पुलिसिया इकबा, कौन बिगाड़ रहा है देवभूमि का माहौल। दोस्तो उत्तराखंड की सड़कों पर हाल ही में हुआ कांड, एक युवक को बीच सड़क पर घेरने की घटना ने पूरे इलाके में जनाक्रोश फैला दिया। लोग सवाल कर रहे हैं – आखिर कौन बिगाड़ रहा है माहौल?इस मामले ने एक बार फिर कानून-व्यवस्था पर उठाए सवाल, पहले मै आपको एक वीडियो दिखा रहा हूं, उसके बाद बताउंगा पूरा मामला और पुलिस की कर्रवाई। जी हां दोस्तो एक युवक घिर गया, फिर उसके साथ क्या क्या नहीं हुआ। दोस्तो नैनीताल जिले के रामनगर में एक युवक के साथ बर्बरता से मारपीट करने के बाद लोगों में आक्रोश का माहौल है। युवक के साथ कथित तौर पर जिस तरह बेरहमी से मारपीट की गई, रिवॉल्वर तानकर जान से मारने की धमकी दी गई, वह कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है। वीडियो में दिखता है कि वह रोता रहा, गिड़गिड़ाता रहा, अपनी जान की भीख मांगता रहा, लेकिन हमलावरों का दिल नहीं पसीजा। सवाल यह है कि किसी को आखिर किस अधिकार से किसी की ज़िंदगी से खेलने का हक़ मिल जाता है। पीड़ित का आरोप है कि घटना के बाद जब वह पुलिस के पास पहुंचा, तो शुरुआत में उसकी बात को गंभीरता से नहीं लिया गया। यही वह पल होता है जब पीड़ित का भरोसा सिस्टम से टूटता है और अपराधियों का हौसला बढ़ता है। अगर डर के माहौल में रहने वाला नागरिक सुरक्षित नहीं है, तो फिर कानून किसके लिए है।
पीड़ित का आरोप है कि, उसके साथ कुछ युवकों ने न केवल बेरहमी से मारपीट की, बल्कि उस पर रिवॉल्वर भी तानी गई, जिससे वह बुरी तरह डर गया। दोस्तो यहां तक तो ठिक की कुछ दबंगों ने युवक को पीटा डराया या जान से मारने की नीयत से रिवॉल्वर तान दी। लेकिन इसके बाद पुलिस कार्रवाई देखिए, दोक्तो पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। कोतवाल रामनगर कहते हैं कि, मामला सामने आया है और आरोपियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. शिकायत मिलने के बाद पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है, लेकिन दोस्तो उधर पीड़ित का आरोप है वो और हैरान कर देने वाला है। अगर ऐसे आरोप लगते रहे तो फिर हो गई कानून व्यवस्था की बात दोस्तो घटना के दौरान वह लगातार रोता रहा, गिड़गिड़ाता रहा और अपनी जान की भीख मांगता रहा, लेकिन आरोपित युवकों का दिल नहीं पसीजा। पीड़ित का कहना है कि उसने कोई गलती न होने के बावजूद भी बार-बार माफी मांगी, इसके बावजूद उसके साथ मारपीट जारी रखी गई, पीड़ित का आरोप ये कि हमलावर युवक रामनगर के बंबाघेर क्षेत्र के निवासी हैं। पीड़ित ने यह भी आरोप लगाया कि घटना के बाद जब वह पुलिस के पास पहुंचा, तो शुरुआत में उसकी बात नहीं सुनी गई और मामले को दबाने का प्रयास किया गया। पीड़ित का कहना है कि उसे अब भी जान का खतरा बना हुआ है और उसे डर है कि आरोपी युवक कभी भी उसकी हत्या कर सकते है। फिलहाल, यह मामला सोशल मीडिया और स्थानीय स्तर पर चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग निष्पक्ष जांच व दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वहीं घटना के बाद स्थानीय लोगों में खासा रोष है। रामनगर में सामने आया यह वीडियो सिर्फ एक युवक पर हुई मारपीट की कहानी नहीं है, यह उस डर की तस्वीर है जो धीरे-धीरे आम ज़िंदगी का हिस्सा बनता जा रहा है। पुलिस का कहना है कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है और आरोपियों की तलाश जारी है। यह जरूरी कदम है, लेकिन इससे भी ज़्यादा ज़रूरी है कि कार्रवाई सिर्फ कागज़ों तक सीमित न रहे। ऐसे मामलों में त्वरित, पारदर्शी और सख़्त कार्रवाई ही भरोसा बहाल कर सकती है। यह मामला एक बार फिर याद दिलाता है कि भीड़ या ताक़त के दम पर न्याय करने की सोच कितनी खतरनाक है। कानून किसी की निजी जागीर नहीं है। अगर आज इस हिंसा को सख़्ती से नहीं रोका गया, तो कल कोई भी सुरक्षित नहीं रहेगा।