जी हां प्रदेश में लोक गीतों का अपना महत्व है, अपनी एक अलग यहां गीत और गायक रखते हैं। उत्तराखंड के लोकगायकों द्वारा गाया गया गीत प्रदेश के सियासत तक पर असर डालता रहा है। Singer Pawan Semwal इससे पहले कई ऐसे गीत आपने सुने होंगे, लेकिन मौजूदा वक्त में एक लोक गायक ने सरकार पर ही गीत चोरी का आरोप लगा दिया है। क्यों लगाया ये आरोप और उस गायक के बारे में भी बताने के लिए आया हूं, दोस्तो प्रदेश की मौजूदा सरकार पर एक नए तरह का आरोप लगा है। ये आरोप नीतियों की नहीं, इस बार ‘गीतों’ की चोरी का है, मै नहीं लगा रहा हूं। जी हां, दोस्तो सोशल मीडिया पर इन दिनों बवाल मचा है कि सरकार ने एक प्रचार गीत में न सिर्फ़ सुर, बल्कि किसी और की मेहनत भी चुरा ली, गायक सवाल उठा रहा है कि ये तो चोरी हो गई और जनता अब भी अब जवाब चाहती है। दोस्तो क्या वाकई विकास का ढोल पीटने वाली अब क्रिएटिविटी भी उधार लेनी पड़ रही है? या फिर ये सिर्फ एक और विवाद है, जिसकी परछाई में असली मुद्दे छिपाए जा रहे हैं? ये मै नहीं कह रहा हूं ये तो वो लोक गायक कह रहा है पवन सेमवाल, जो कहते हैं कि गाना कुछ और था, उसको तारीफ बदलकर गा दिया गया और मेरा गाना चोरी हो गाया। दोस्तो मै आगे इस बात करूं। पवन सेमवाल और गीत इससे पहले भी कई बार विवाद उनको लेकर हो चुका है, लेकिन इस नए आरोप और विवाद की जड़ में आपको लिए चलता हूं। दरअसल दोस्तो उत्तराखंड के कुमाउं मंडल के द्वार हल्द्वानी में कुमाउं महोत्सव हर साल आयोजित हो रहा है। जहां कई गीतकार और कई लोककलाकार पहुंचेते अपनी प्रस्तुति देते हैं। दोस्तो इस बार भी यहां कार्यक्रम में गीतो के जरिए खूब वाहवाही कलाकारों लूटी। यहां प्रदेश के मुख्यमंत्री धामी पहुंचे थे, तभी एक गाना चलता है। धामी रे गाना, जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री की तारीफ की गई।
जी हां दोस्तो ये ही जड़ है इस विवाद कि, उसके बाद जिसने ये गाना गाया है पवन सेमवाल, उन्होंने उन गीतकारों के साथ ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। दोस्तो पवन सेमवाल ने कलाकारों को भी कठघरे में खड़ा कर दिया। कह दिया हमारे सांस्कृतिक मंचों पर इस तरह के गाने बैन होने चाहिए, कि कोई कैसे तारीफों के गाने गा रहे हैं। उसे राजनीतिक मंच बनाया है, इसके अलावा ये भी कह दिया कि इनको तो चोरी की आदत हो गई। गायक पवन सेमवाल ने पेपर चोरी वाले मामले को उठाते हुए उस पर भी तंज कस दिया। दोस्तो दरअसल पवन सेमवाल ने अपने एक गाने के जरिए सरकार के काम पर सवाल उठाए थे, तब लोक गायक पवन सेमवाल की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दीं थी। पवन सेमवाल के खिलाफ एक महिला ने पटेल नगर थाना पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया है. ये मुकदमा पवन सेमवाल के नए गीत को लेकर दर्ज कराया गया था जिसमें महिला ने पवन सेमवाल पर गीत के माध्यम से उत्तराखंड की महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगाया है। इसी गाने में दोस्तो पवन सेमवाल ने सरकार के काम पर गया तो उसमें महिलाओं को लेकर टिपष्णी की गई थी। यहां ये बता दूं दोस्तो कि गायक पवन सेमवाल ने सीएम पुष्कर सिंह धामी को लेकर एक गाना बनाया है, जिसे उन्होंने यू-ट्यूब चैनल पर अपलोड किया। इस गीत के अपलोड होते ही प्रदेश में सियासत गर्मा गई, जिसके बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। यहां तक फिर पवन सेमवाल ने उस गाने से धामी का नाम हटाया था और अब उसी गाने की धुन और ताल पर पवन सेमवाल सरकार को घेर रहे हैं।
दोस्तो ऐसा नहीं कि पवन सेमवाल ने धामी सरकार पर गाना गाया, लोक गायक पवन सेमवाल ने त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार के समय में भी गाना गाया था, जिसके बाद गायक पवन सेमवाल चर्चाओं में आए थे। वहीं एक बार फिर पवन सेमवाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को लेकर गाना गाया है, जिसको लेकर वह अब विवादों में आ गए हैं और उनका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। हालांकि इससे पहले पुलिस के द्वारा पवन सेमवाल के सोशल मीडिया अकाउंट से गाने को डिलीट भी कराया गया, लेकिन उसके बावजूद दोबारा सोशल मीडिया पर नए तरीके से मुख्यमंत्री को लेकर गाना डाला गया, जिसको लेकर महिला ने भी कोतवाली पटेल नगर में मुकदमा दर्ज कराया है, तो कहानी थोड़ा पूरानी है और यहां से शुरूआत हुई थी। सरकार बनाम पवन सेमवाल की। अब कहां जाकर खत्म होगी बता नहीं दोस्तो लेकिन एक बार फिर पवन सेमवाल चर्चा में जब वो ये कह रहे हैं कि सरकार को तो चोरी की आदत पड़ चुकी है।