हरक सिंह रावत के बयान से फंस गई कांग्रेस !| Harak Singh Rawat | Uttarakhand News | Congress

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जी हां दोस्तो प्रदेश के बड़े नेता और कांग्रेस के चुनावी रणनीति के करताधरता के एक बयान ने कांग्रेस को बूरा फंसा दिया। कैसे हरक सिंह रावत का ये बयान कांग्रेस के लिए बवाल कर गया। क्यों कांग्रेस के अध्यक्ष को सफाई देने पड़ा, क्या कांग्रेस के एक बड़े वोट बैंक पर पड़ेगा असर, जी हो दोस्तो जो हरक सिंह रावत कांग्रेस के नेता बीजेपी वालों की खिचाई करते थे, उनके बयानों पर कांग्रेस वाले भी ठहाके लगाते थे। उन्हीं हरक सिंह रावत एक बयान ने कांग्रेस के लिए सिर्दरदी का काम कर दिया। पहले तो मुझे भी लगा की चलिए ऐसे निकल गया होगा बल, लेकिन जैसी तस्वीरें मेरे सामने आई। जैसा विरोध प्रदर्शन देखने को मिला, तो मुझे लगा कि नहीं ये वाला बयान कांग्रेस के लिए उल्टा पड़ चुका है वैसे ये मै क्यों कह रहा हूं। दोस्तो हरक सिंह रावत के बयान के बाद खुद हरक सिंह का बयान आया, सफाई आई। प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल तक को माफी मांगनी पड़ी वो बयान क्या था। वो दिखाउं उससे पहले आपको कुछ तस्वीरें विरोध की दिखाता हूं। दोस्तो हरक सिंह रावत के बयान के बाद, रुद्रपुर में सिख समाज ने कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत के खिलाफ प्रदर्शन किया और उनका पुतला फूंका। कांग्रेस नेता हरक सिंह पर सिख समुदाय के बारे में आपत्ति जनक टिप्पणी का आरोप लगा है। तो इधर ऋषिकेश में भी कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत की एक टिप्पणी ने सिख समुदाय को नाराज कर दिया है, जिसके बाद समुदाय के लोगों ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है।

अब कांग्रेस सिख समाज के निशाने पर प्रदेश में एकाएक क्यों आ गई। सरदार जी हाथ खड़ा करके 12 …12 बजे गए। मजाक कर रहा हूं आई, SORRY। मै माफी मांग रहा हूं। जी दोस्तो ये ही बयान है इस पर कांग्रेस वाले बैकफुट पर दिखाई दे रहे हैं। दरअसल कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत एक कार्यक्रम के दौरान कथित तौर पर “सरदार जी 12 बज गए” जैसी टिप्पणी की, हालाँकि, उन्होंने बाद में इसे महज़ मज़ाक बताया, लेकिन सिख समाज ने इसे गंभीर अपमान माना है। इस बयान के विरोध में पुतला दहन तक सड़क पर हो गया… फिर क्या था। हरक सिंह रावत ने सफाई दी, पूरे मामले में कहा मैने उसी वक्त माफी मांग ली थी। भाजपा के द्वारा ये सब षडयंत्र रचा जा रहा है। दोस्तो यहां तक बात समझ आती है, लेकिन इस मामले पर जब सिख समुदाय के लोग आक्रोशित दिखाई दिए, तो कांग्रेस ने स्पष्टीकरण देते हुए माहौल शांत करने की कोशिश की है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने उन्होंने कहा यह पूरा मामला ‘जुबान फिसलने’ का था और हरक सिंह ने भी तत्काल अपनी गलती स्वीकार कर माफी मांग ली है। कांग्रेस अध्यक्ष ने सार्वजनिक मंचों पर नेताओं से बेहद सोच-समझकर बयान देने की अपील की और सिख समाज से विनम्रतापूर्वक क्षमा याचना भी की। अब दोस्तो हरक का ये वाला बयान कांग्रेस पर उटला पड़ता दिखाई दिया है। ये इस लिए भी जरूरू है क्योंकि हरक सिंह रावत को कांग्रेस ने चुनावी रणनीति बनाने का जिम्मा सौंपा। ऐसे में चुनावी बेला में कई सिघ समाज की नाराजगी बढ़ी तो कहीं कांग्रेस के लिए और ज्यादा परेशानी होगी, इसलिए कांग्रेस वाले बयान पर डेमेज कंट्रोल की स्थिति में है।