अतिक्रमण को लेकर फिर होगी बड़ी कार्रवाई? | Rajaji National Park | Uttarakhand News | CM Dhami

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जी हां दोस्तो एक बाद एक बड़े खुलासे अपनी देवभूमि में हो रहे हैं, जब सरकारी अभियान जांच पड़ताल का चला, तो प्रदेश में जगह-जगह जमीन को कब्जा कर मजार मस्जिदों को खड़ा किया गया, लेकिन अब अतिक्रमण मुक्त अभियान के तहत एक ऐसी मजार पर बुलडोजर चलेगा, जिसके पास ना कोई कागज है बल और ना ही कोई जवाब। Action against illegal madrasas in Uttarakhand कैसे दियागया अल्टिमेटम, कितने दिन में देना होगा जवाब, देखिए सारे सवालों के जवाब मेरी इस रिपोर्ट के जरिए। दोस्तो ये बेहद ही संवेदनशील मसला उत्तराखंड के राजाजी टाइगर रिजर्व का है। यहां एक बार फिर अतिक्रमण को लेकर सख्त कदम उठाया जा रहा है। दोस्तो ओद्योगिक क्षेत्र के पास बनी मजार पर वन विभाग ने नोटिस चस्पा किया है और मजार प्रबंधन को सिर्फ 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है क्या इस मजार पर बुल्डोजर चलेगा? क्या अतिक्रमण के खिलाफ ये कार्रवाई केवल चेतावनी तक सीमित रहेगी या फिर होगी बड़ी कार्रवाई? सब बताउंगा आपको। वैसे दोस्तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देवभूमि के डेमोग्राफी चेंज मुद्दे पर एक बार फिर से आक्रामक रुख में नजर आए। सीएम धामी ने साफ कहा था, कि प्रदेश में हरी, नीली और पीली चादर बिछाकर सरकारी जमीन कब्जाई जाती है और फिर वहां पर फैसला किया जाता है। हमने ऐसे 550 संरचनाओं (निर्माण) की पहचान कर अवैध कब्जा हटाया है। दोस्तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर प्रदेशभर में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान छेड़ा गया।

अवैध धार्मिक संरचनाओं पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में हरिद्वार के ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया में बनी एक मजार पर राजाजी टाइगर रिजर्व प्रशासन ने नोटिस चस्पा किया है। पार्क क्षेत्र में बनी इस मजार को लेकर प्रबंधन को 15 दिन का समय दिया है। इससे पूर्व भी मजार को नोटिस दिया जा चुका है, तो उधर मजार के खादिम की माने तो वो कहते हैं कि केवल उन्हें परेशान करने के लिए ये कार्रवाही की जा रही है. साथ ही वो बताते है। मजार काफी पुरानी है और इससे पहले भी प्रशासन ने यहां नोटिस चस्पा किया था, जिसका जवाब दे दिया गया था। खादिम ने दावा किया कि यह मजार अंग्रेजों के समय में जब बंदोबस्त किया गया था, उस समय की है, फिलहाल राजाजी टाइगर रिजर्व के नोटिस के बाद मजार प्रबंधक अपना जवाब देने की तैयारी कर रहा है। इधर दोस्तो राजाजी टाइगर रिजर्व प्रशासन ने मजार प्रबंधक के वैध दस्तावेज मांगे हैं। साथ ही कहा कि तय समय में जवाब नहीं मिलने पर मजार को बुलडोजर से ध्वस्त किया जाएगा। नोटिस में साफ लिखा है कि, जिस भूमि में मजार बनी हुई है, वो राजाजी टाइगर रिजर्व की मायापुर बीट और झाबरी स्रोत की सीमा है। आरक्षित भूमि पर पीर मजार जैसी धार्मिक संरचना बनाना गैर कानूनी है। यदि किसी व्यक्ति समूह या संस्था को वैध स्वामित्व का दावा है तो वो 15 दिन के भीतर राजाजी टाइगर रिजर्व की हरिद्वार रेंज कार्यालय में उपस्थित होकर दावा प्रस्तुत कर सकता है। उधर दोस्तो अब

फ़िलहाल नोटिस के जवाब का इंतज़ार किया जा रहा है। जवाब मिलने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा। अधिकारियों का ये कहना है कि राजाजी टाइगर रिजर्व की सीमा में किसी भी तरह का अतिक्रमण में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विभाग द्वारा सभी अतिक्रमणकारियों को नोटिस दिए जा रहे हैं। दोस्तो इससे पहले मुख्यमंत्री के निर्देश पर हरिद्वार जिले में अवैध धार्मिक स्ट्रक्चरों को हटाने की कार्रवाई लगातार जारी है। बहादराबाद क्षेत्र में भी तीन अवैध मजारों को बुलडोजर से ध्वस्त किया गया था। बीते सप्ताह हरिद्वार के ही भगवानपुर ब्लॉक में प्रशासन की टीम द्वारा बड़ी कार्रवाई की गई थी. यहां पर सरकारी भूमि पर अवैध रूप से बनी मजार को टीम द्वारा हटाया गया था। मजार को हटाने से पहले प्रशासन द्वारा नोटिस भी जारी किया गया था, लेकिन नोटिस का जवाब नहीं मिलने पर निर्धारित समय के बाद प्रशासन द्वारा ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई थी। उत्तराखंड के राजाजी टाइगर रिजर्व में अतिक्रमण को लेकर चल रहे अभियान का हाल। हरिद्वार के ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया में बनी मजार पर नोटिस जारी होने के बाद अब सबकी नजरें 15 दिन के भीतर मजार प्रबंधन के जवाब पर टिकी हैं। जैसा कि आपको बताया गया, विभाग ने साफ किया है कि आरक्षित भूमि पर कोई भी अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वैध दस्तावेज प्रस्तुत न करने पर मजार को बुल्डोजर से ध्वस्त किया जा सकता है।अब देखना यह होगा कि मजार प्रबंधन अपना जवाब कैसे पेश करता है और क्या अगली बड़ी कार्रवाई सामने आएगी।