शादी समारोह जैसे आयोजनों में शराब के बढ़ते प्रचलन को रोकने के लिए उत्तराखंड के सत्यों गांव के लोगों ने महत्वपूर्ण फैसला लिया। ग्रामीणों ने तय किया है कि गांव में शादी-विवाह समेत अन्य किसी भी समारोह में शराब परोसने वालों का विरोध किया जाएगा। Liquor Ban In Almora Village गांव के लोग ऐसे किसी भी समारोह में शामिल नहीं होंगे जहां शराब परोसी जाएगी। शराब परोसने वाले परिवार का सभी गांव वाले सामूहिक बहिष्कार करेंगे और उसके निमंत्रण में भी शामिल नहीं होंगे। रविवार को इस गांव के लोगों ने मिलकर एक बैठक की, जिसमें उन्होंने फैसला लिया कि शादी हो, बर्थडे पार्टी हो, नामकरण कार्यक्रम हो या फिर कोई त्योहार होली-दिवाली हो। किसी भी समारोह में शराब नहीं परोसी जाएगी, जो भी शराब परोसेगा। उसका गांव वाले सामूहिक बहिष्कार कर देंगे।
समिति गांव में अराजक तत्वों पर भी कड़ी निगरानी रखेगी। रविवार को कार्यकारिणी के गठन के दौरान लोगों ने कहा कि गांव में विवाह, पंच स्थानी चुनाव सहित अन्य आयोजनों में शराब परोसना चिंताजनक है। उन्होंने निर्णय लिया कि कोई भी व्यक्ति अथवा परिवार शराब बांटेगा तो उसे समाज से बेदखल किया जाएगा। साथ ही चेतावनी कि निर्णय की अवहेलना करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। समिति में सरपंच पुष्पा देवी को उपाध्यक्ष, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य गीता आर्या को सचिव चुना गया। संरक्षक अनीता देवी सहित 12 सदस्यों की कार्यकारिणी गठित की गई है। बैठक में हरीश सिंह, दीवान सतवाल, बालम सिंह, विजय सिंह, राम सिंह, प्रेम सिंह, गोपाल सिंह, नर सिंह आदि थे।