उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री हाईवे पर 12 दिन बाद आवाजाही शुरू हो गई है। एनएच की टीम ने 5 दिनों में दिन रात काम कर बैली ब्रिज तैयार किया है। जिसके बाद आज वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है। Uttarkashi Yamunotri Highway ओजरी के पास करीब 20 से 25 मीटर सड़क वाशआउट हो गई थी। जिसे एनएच की टीम के नेतृत्व में करीब 2 करोड़ रुपए की लागत से 27 मीटर स्पान का बैली ब्रिज 5 दिनों में जोड़ कर वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है। आपको बताते दे कि 28 जून को आई भारी बारिश के चलते अतिवृष्टि के कारण ओजरी के पास सड़क का एक बड़ा हिस्सा नाले के कटाव से कट गया था। साथ ही पानी के तेज बहाव से गहरी खाई में तब्दील हो गया था। उसके बाद वहां पर सड़क का दोबारा निर्माण करने में परेशानी हो रही थी। उससे पहले सिलाई बैंड के समीप भी सड़क बहने के कारण मशीनें आगे नहीं जा पा रही थी।
सिलाई बैंड के समीप हाईवे पर आवाजाही शुरू होने के बाद एनएच विभाग की ओर से वहां पर आठ ट्रकों के माध्यम से बैली ब्रिज का सामान पहुंचाया गया। उसके बाद एनएच विभाग ने वहां पर करीब दो करोड़ की लागत से पहले 24 मीटर लंबे स्पैन के बैली ब्रिज का निर्माण शुरू किया, लेकिन उसके बाद पुल की लंबाई को तीन मीटर बढ़ाकर 27 मीटर किया गया। 6 जुलाई को पुल का निर्माण कार्य शुरू किया। प्रतिदिन करीब 15 से 16 घंटे के कार्य करने के बाद कड़ी मशक्क्त से पांच दिन में 27 मीटर लंबे बैली ब्रिज का निर्माण पूरा किया। बृहस्पतिवार शाम को लोडिंग टेस्ट के बाद 16 टन भार क्षमता के बैली ब्रिज पर वाहनों की आवाजाही शुरू करवा दी गई है। बता दें कि करीब 12 दिनों से कई पर्यटकों की गाड़ी हाईवे पर फंसी रही।