विश्व में सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित सिखों के पवित्र तीर्थ स्थल हेमकुंड साहिब की यात्रा शुरू होने वाली है। यात्रा शुरू होने से पहले जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने गोविन्द घाट गुरूद्वारा से हेमकुण्ड साहिब तक 18 किलोमीटर पैदल यात्रा मार्ग का स्थलीय निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने संबधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि यात्रा शुरू होने से पहले सभी व्यवस्थाओं को सुचारू किया जाए। श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा में अभी करीब 08 फीट बर्फ है। यहां लक्ष्मण मंदिर व हेमकुंड सरोवर भी पूरी तरह से बर्फ से ढका हुआ है। जिलाधिकारी ने यात्रा मार्ग पर रेलिंग, पार्किंग, मोड सुधारीकरण, एप्रोच मार्ग, पुल, घोडा पडाव, रेन शेल्टर, यात्री शेड, बैंच, रेस्क्यू हैलीपैड सहित बिजली, पानी, शौचालय, साफ सफाई, स्वास्थ्य एवं यात्रा से जुडी तमाम व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने संबधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि यात्रा शुरू होने से पहले सभी व्यवस्थाओं को सुचारू किया जाए। यात्रा मार्ग पर किलोमीटर, हेक्टोमीटर स्टोन और साइनेज लगाए जाए।
जल संस्थान को यात्रा मार्ग पर सभी स्टैंड पोस्टों पर पेयजल सुचारू करने, घांघरिया में वॉटर एटीएम शुरू करने के साथ ही भ्यूंडार में मेडिकल रिलीफ पोस्ट एवं यात्री शेड के पास भी वाटर एटीएम लगाने का प्रस्ताव शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा घोड़े खच्चरों के लिए भी गर्म पानी की व्यवस्था की जाए। पुलिस विभाग को यात्रा के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम सुनिश्चित करने के लिए जिलाधिकारी ने कहा। हेमकुंड यात्रा मार्ग पर 84 डेंजर मोड़ों में से 54 मोड़ो का सुधारीकरण कार्य पूर्ण हो गया है। शेष कार्य प्रगति पर है। सेना के जवानों द्वारा हेमकुंड साहिब मार्ग पर बर्फ हटाकर आवाजाही सुचारू कर दी गई है। म्यून्डार गांव में 165 मीटर लंबा पुल बनकर तैयार हो चुका है। दोनों तरफ की एप्रोच रोड भी तैयार कर दी गई है। पुलना से हेमकुंड तक के ट्रैक पर 10 रेन शेल्टर, यात्री शेड, बैंच लगाकर यात्रियों के बैठने के लिए तैयार किए गए हैं। गोविंद घाट से पुलना तक 5 किमी सड़क मार्ग तैयार किया गया है।