Uttarakhand weather updates: मौसम विज्ञान केंद्र ने एक अगस्त तक भारी बारिश की चेतावनी दी है। प्रदेश के कुछ जिलों में बिजली चमकने के साथ भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. विक्रम सिंह के अनुसार प्रदेश में एक अगस्त तक भारी बारिश का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग ने पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन का अंदेशा भी जताया है। मौसम विभाग ने पूरे प्रदेश में तेज बारिश के लोकर येलो अलर्ट जारी किया है। चमोली, बागेश्वर और उत्तरकाशी में भारी बारिश होने के आसार हैं। कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में यात्रा करने से पहले मौसम की जानकारी अवश्य लें। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 5 वर्षों में देहरादून में 28 जुलाई को सामान्य से बहुत कम बारिश हुई है। जबकि प्रदेश में पूरे जुलाई में अभी तक सामान्य से अधिक बारिश हुई है। राज्य में अगस्त में भारी बारिश होने के आसार हैं।
बीते साल के मुकाबले इस साल जुलाई में कुछ जिलों में कम बारिश हुई है। हालांकि इतना अंतर अक्सर होता है जबकि अगस्त में अच्छी बारिश होने के आसार हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश के कारण जगह-जगह मार्ग बंद हो रहे हैं। वही चारधाम यात्रा मार्ग पर भी बार-बार मलबा आने के कारण यात्रियों को दिक्कतें हो रही है। बद्रीनाथ हाईवे पिछले 5 दिनों से बंद था। यह बारिश के कारण चमोली और रुद्रप्रयाग के बीच कमेड़ा में लगभग डेढ़ सौ मीटर सड़क ध्वस्त हो गई थी। एनएच ने हाईवे को ठीक कर शुक्रवार से वाहनों की आवाजाही शुरू करा दी है। जबकि गंगोत्री यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुबह बार-बार यातायात बाधित होता रहा। धरासू में मलबा गिरने के कारण गंगोत्री राजमार्ग बंद हो गया जबकि यह यमुनोत्री राजमार्ग पर डबरकोट सहित कई स्थानों पर भूस्खलन के कारण यातायात रोकना पड़ा। उधर टिहरी में गदेरे में बढ़ते जलस्तर के कारण कुछ घरों में पानी और मलबा घुस गया। 15-16 परिवारों की करीब 0.250 हेक्टेयर कृषि भूमि मलबे के चपेट में आकर खराब हो गई।