दोस्तो उत्तरांखंड की एक महिला खूब वायरल हुई और अब उसी को कैसे मिल गई गांव की बागडोर। चलेलिए दोस्तो मिलाता हूं आपको उत्तराखंड ,की नंदुली देवी से जो आज फेसबुक-यूट्यूब के बाद अब पंचायत तक जा पहुंची है। Youtuber turned politician Nanduli Devi वैसे औरत किसी से कम नहीं ये आपने कई बार सुना होगा। इसी कहावत को हकीकत में बदलकर दिखाया है चमोली जिले की नंदुली देवी ने, जो एक यूट्यूबर से सीधे गांव की सरपंच बन गईं। यानि प्रधानी का चुनाव जीत गई, रोचका देखिए। जहां बड़े सोशल मीडिया के मठाधीस जिनके लाखों में फॉलोवरसे हैं। वो 55 वोट लेकर आये कुछ को तो नाम मात्र ही वोट मिला लेकिन नंदुली देवी ने कमाल कर दिया। अपने वीडियोज़ से लाखों लोगों का दिल जीतने वाली नंदुली देवी अब वाण गांव की ज़िम्मेदारी उठाने जा रही हैं। देवाल ब्लॉक के इस गांव में दो यूट्यूबर महिलाओं के बीच हुआ चुनावी मुकाबला बेहद दिलचस्प रहा, लेकिन सादगी, समझदारी और जनता के विश्वास ने नंदुली को ग्राम प्रधान की कुर्सी तक पहुंचा दिया। आइए आपको बताता हूं। जो ठान ले औरत, तो पहाड़ भी झुक जाते हैं!” जी हां ऐसा ही कुछ किया है इस गांव की महिला ने यूट्यूब से शुरुआत कर गांव की सरपंच बनने तक का सफर तय किया नंदुली देवी ने, और बता दिया कि अब महिलाएं सिर्फ पर्दे के पीछे नहीं, पंचायत की बागडोर भी संभाल रही हैं।
दोस्तो चमोली जिले के देवाल ब्लॉक स्थित वाण गांव में ग्राम प्रधान पद का चुनाव इस बार बेहद खास रहा। वजह थी यहां दो यूट्यूबर महिलाओं के बीच सीधा मुकाबला। गांव की दो सोशल मीडिया स्टार नंदुली देवी और सीमा देवी, ने मैदान में उतरकर राजनीति और डिजिटल दुनिया के अनोखे संगम की मिसाल पेश की। लाखों फॉलोवर्स और वायरल वीडियो के बीच आखिरकार नंदुली देवी ने 248 वोटों से जीत दर्ज कर वाण गांव की ग्राम प्रधान बनने का गौरव हासिल किया। दोस्तो गजब है ना आपके यहां या क्षेत्र में ऐसा कुछ है तो जरूर मुझे बताएं। दोस्तो नंदुली देवी को कुल 481 मत मिले, जबकि सीमा देवी को 233 वोट पड़े। कुल 751 मतदाताओं में से 37 वोट रद्द हुए। जीत की घोषणा होते ही गांव में ढोल-नगाड़ों के साथ नंदुली देवी का जोरदार स्वागत हुआ। फूल मालाओं से उनका अभिनंदन किया गया और गांववासियों ने उन्हें कंधों पर उठाकर खुशी जाहिर की। ये है डिजिटल चुनावी जंग की कहानी शुरूआत आगे देखिए होता है क्या क्या।
वैसे दोस्तो नंदुली देवी कोई नई चेहरा नहीं हैं। वे इससे पहले महिला मंगल दल की अध्यक्षा रह चुकी हैं और पहाड़ की संस्कृति, त्योहारों और जीवनशैली को लेकर सोशल मीडिया पर नियमित वीडियो बनाती रही हैं। इंस्टाग्राम, यूट्यूब और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म्स पर उनके हजारों फॉलोवर्स हैं। गांव में उनकी लोकप्रियता और सादगी ने ही उन्हें इतनी बड़ी जीत दिलाई। जीत के बाद नंदुली देवी ने कहा, “यह मेरी नहीं, पूरे गांव की जीत है। आपने जिस विश्वास के साथ मुझे जिम्मेदारी सौंपी है, मैं हर पल उसके लिए समर्पित रहूंगी। महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, पर्यटन और नंदा राजजात जैसे कार्य मेरी प्राथमिकता में होंगे।” वहीं, दूसरी उम्मीदवार सीमा देवी ने हार को सम्मानपूर्वक स्वीकार करते हुए कहा, “जनता का निर्णय सिर आंखों पर. मेरी कोशिश होगी कि मैं फिर से विश्वास जीतूं और गांव की सेवा करती रहूं। हार के बाद भी मेरा काम रुकने वाला नहीं है।”इस ऐतिहासिक मुकाबले ने दिखा दिया कि डिजिटल युग में महिलाएं न केवल मंच बना रही हैं, बल्कि नेतृत्व भी कर रही हैं। वाण गांव में यह चुनाव बदलाव की नई बयार लेकर आया है।