खराब फूलों, सब्जियों के छिलको से रंग बनाकर हर किसी को चौंका रही है वैशाली | Uttarakhand News

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उत्तराखंड की वैशाली की चर्चा ना सिर्फ सूबे में हो रही है… बल्कि देश के हर हिस्से ढेर सारे लोगों की जुबां पर सिर्फ वैशाली का ही नाम
वैशाली ने अपने एक आईडिया से ऐसा किया कमाल… ढूंढ निकाला स्वरोजगार का अनोखा तरीका
कपड़ों में वैशाली जिन रंगों का करती है इस्तेमाल… उसे देखेंगे तो यही कहेंगे ये बहुत ही होगा कीमती… लेकिन जैसा सोच रहे हैं वैसा है नहीं

देख लीजिए इन तस्वीरों…एक से बढ़कर एक तस्वीर… हर तस्वीर की अपनी कहानी… लेकिन इन तस्वीरों में जिन रंगों का इस्तेमाल किया गया है… उन रंगों की कीमत को जानेंगे तो हैरान होंगे… सिर पर हाथ रखकर सोच में पड़ जाएंगे… कहेंगे भला ऐसा कैसा हो सकता है… तस्वीरों इस्तेमाल ऐसे ऐसे रंगों को किया गया… जो आपकी आंखों को जो 3डी की ओर ले जाता है… इन रंगों को देखकर कोई भी कहेगा… ब्रांडेड कलर है… इन तस्वीरों में रंग भरने के लिए बहुत ही कीमत लगानी पड़ी होगी… लेकिन अगर आप ऐसा सोच रहे हैं… तो आपके दिमाग को झटका देने के लिए काफी है… ये रंग हैंडमेड है… उत्तराखंड के रानीखेत की रहने वालीं वैशाली ने बनाया है… वैशाली इन रंगों को ऐसी चीजों से बनाया है… जिसके बारे में आपने कभी कल्पना भी नहीं की होगी… ऐसा सोचने की जेहमत नहीं उठाई होगी… कि रंग इससे भी बन सकते हैं…
नैनीताल के प्रतिष्ठित सेंट मैरी कॉन्वेंट कॉलेज से अपनी शिक्षा पूरी की… उन्होंने एफडीडीआई नोएडा से रिटेल एंड फैशन मर्चेंडाइजिंग में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है… पढ़ाई पूरा करने वैशाली ने स्वरोजगार का अनोखा तरीका ढूंढ निकाला है… दरअसल वैशाली ने शादी-ब्याह, पूजा पाठ या अन्य उत्सव में खराब पड़े फूलों और सब्जियों के छिलकों से रंग तैयार कर कपड़ों में रंग भर रही हैं… उन्होंने कई सुंदर ड्रेस बनाई हैं, जिन्हें वो ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से लोगों तक पहुंचा रही हैं…. इसके अलावा कई सुंदर कस्टमाइज पेंटिंग भी उन्होंने बनाई हैं. इसके लिए उन्होंने अपना ब्रांड भी बनाया है, जिसका नाम उन्होंने सारंग रखा है…वैशाली पिछले साल ही ग्रेजुएट हुई हैं…लेकिन अब उनका मकसद अपने ब्रांड ‘सारंग’ को आगे बढ़ाकर स्थानीय महिलाओं को रोजगार प्रदान कर सशक्त बनाना है….
अब वैशाली नैचुरल डाई पर काम कर रही हैं, जिसमें शादी-ब्याह के मौके पर या फिर कोई समारोह के बाद खराब गेंदे आदि फूलों को इकट्ठा कर या प्याज के छिलकों को इकट्ठा करके वो उनका नैचुरल रंग तैयार कर लेती हैं और इस तैयार डाई को कपड़ों में करके और हाथों से उस कपड़े में पेंटिंग करके उसको फाइनल टच देकर वो साड़ी, शॉल, दुपट्टा, स्टोल्स, फैब्रिक और बैग्स को तैयार कर रही हैं…. इसके अलावा वह कस्टमाइज पेंटिंग, खूबसूरत टी कोस्टर आदि भी बना रही हैं… वैशाली बताती हैं कि अभी तक उन्होंने 5000 से ज्यादा ऑर्डर देश के अलग अलग हिस्सों में डिलीवर कर दिए हैं…वैशाली बताती हैं कि उनके बनाए उत्पादों की कीमत 200 रुपये से शुरू है…. इसके बाद क्वालिटी और स्टाइल के हिसाब से कीमत बढ़ती जाती है…