Dehradun Crime: रात-ओ-रात उगाही करके धन्नासेठ बनने की चाहत में अंधे हुए जालसाजों ने उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक को भी नहीं बख्शा। डीजीपी के नाम पर 10 लाख रुपए वसूल लिए। जब काम नहीं बना और रुपए देने वाले ने रकम वापसी के लिए तगादा करना शुरू किया, तो आरोपियों ने पुलिस से ही उसे बंद कराने की धमकी दे डाली। दो साल तक इधर उधर धक्के खाने के बाद अब पीड़ित ने राज्य पुलिस महानिदेशालय में डीजीपी से मिलकर, उन्हीं के नाम पर ठग लिए गए 10 लाख की ठगी का खुलासा किया, तो डीजीपी खुद भी सकते में आ गए। लिहाजा चूंकि बात सूबे के पुलिस मुखिया की आबरू की थी सो उन्होंने, एसएसपी देहरादून को घटना के संबंध में मुकदमा दर्ज करने का आदेश दे दिया।
प्रेमनगर थाने में जमीन संबंधी एक मुकदमे में मदद करने के नाम पर एक व्यक्ति ने दो अधिवक्ताओं से 10 लाख रुपये ठग लिए। आरोपित ने यह रुपये डीजीपी के नाम पर लिए और बाद में न तो जमीन दिलाई और ना ही रुपये वापस किए। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने एसएसपी देहरादून को आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश जारी किए हैं। सोमवार को विकासनगर के दो अधिवक्ता सतीश कुमार व संजय कटारिया पुलिस महानिदेशक से उनके कार्यालय में मिले और शिकायती पत्र दिया। उन्होंने बताया कि दौलत कुंवर नाम के व्यक्ति ने डीजीपी के नाम से पुलिस को डोनेशन देने के नाम पर 10 लाख रुपये हड़प लिए हैं। जुलाई, 2021 में प्रेमनगर थाने में जमीन संबंधी फर्जीवाड़े के एक मुकदमे में मदद करने के नाम पर उपरोक्त दौलत कुंवर ने हमसे पैसे लिए थे। इसी शिकायत का संज्ञान लेते हुए पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने दौलत कुंवर के खिलाफ तत्काल मामला दर्ज कराने के निर्देश दिए। इसके अलावा लोगों से अपील की गई है कि किसी भी ऐसे बहकावे में न आएं और पुलिस को तुरंत सूचना दें।