UKSSSC Paper Leak मामले में 21वीं गिरफ्तारी, हाकम सिंह का पुराना जानकार है मनराल

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UKSSSC Paper Leak Case: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ग्राम विकास अधिकारी भर्ती परीक्षा के पेपर लीक प्रकरण में एसटीएफ ने अकूत संपत्ति अर्जित करने वाले एक और आरोपी चंदन सिंह को गिरफ्तार किया है। चंदन सिंह उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश नकल माफियाओं के बीच गठजोड़ करने की अहम कड़ी है। एसटीएफ को जब आरोपित के करोड़ों रुपये की संपत्ति के बारे में पता चला तो वह अचंभित रह गए। पेपर लीक प्रकरण में एसटीएफ अब तक 21 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। आरोपित ने एसटीएफ को बताया कि वह लंबे समय से नकल माफिया के संपर्क में है। वर्ष 2021 में आयोजित वीडीओ भर्ती परीक्षा में उसने अपने क्षेत्र के कई अभ्यर्थियों से लाखों रुपये लेकर उन्हें प्रश्नपत्र उपलब्ध कराया था। पूछताछ में आरोपित की ओर से अर्जित की गई करोड़ों रुपये की चल व अचल संपत्ति के बारे में जानकारी मिली है।

चंदन सिंह मनराल (63 वर्ष) लखनपुर रामनगर का निवासी है। एसटीएफ के मुताबिक आरोपी चंदन सिंह मनराल ने पूछताछ में बताया कि इस धंधे से अर्जित कर उसने करोड़ों की संपत्ति बनाई हैं। इन संपत्ति में करीब 15 एकड़ जमीन पीरुमदार में, 10 बीघा खेती की भूमि रामनगर में, मनराल स्टोन क्रशर पीरुमदार में, जिसमें करीब सात बड़े ट्रक एवं तीन पोकलैंड शामिल हैं। मनराल ट्रैवल्स एजेंसी में करीब 13 बस शामिल हैं। जिनमें से 10 बस स्कूलों एवं 3 बसें पहाड़ में चलती है। बाल महिला कल्याण समिति नाम से एनजीओ, रामनगर में 3 मंजिला मकान, ऑफिस और आधा बीघा मुख्य सड़क पर कमर्शियल प्लॉट, आधा दर्जन से अधिक बैंक खाते शामिल है। चंदन की गिरफ्तारी के बाद अब उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में बैठे नकल माफिया की धरपकड़ तेज की जाएगी।

एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि चंदन से एसटीएफ कार्यालय में कई घंटे पूछताछ की गई। उसने नकल कराने की बात स्वीकार की। पता चला कि वह हाकम सिंह का पुराना जानने वाला है। मनराल की अपनी ट्रेवल एजेंसी भी है। वह अपने वाहन से 20 छात्रों को धामपुर नकल सेंटर ले गया। वहां उन्हें प्रश्नों के उत्तर याद कराए गए। अगले दिन उन्हें परीक्षा केंद्रों तक भी लेकर गया। इसी तरह दूसरे दिन भी नकल कराई गई। मनराल के बारे में पहले पहचान में आए अभ्यर्थियों ने भी जानकारी दी थी। हाकम सिंह और अन्य आरोपियों ने भी बहुत कुछ बताया था। मनराल ने करोड़ों रुपये अभ्यर्थियों से लिए हैं।