Dehradun: उत्तराखंड के शिक्षकों ने आज हाथों में काली पट्टी बांधकर स्कूलों में काम कर रहे है। अपनी मांगों को लेकर और सरकार को उनका वादा याद दिलाने के लिए उत्तराखंड के 26 हजार शिक्षकों ने सांकेतिक रूप से प्रदर्शन किया। उत्तराखंड शिक्षक महासंघ के प्रांतीय अध्यक्ष राम सिंह चौहान (Provincial President of Teachers Federation Ram Singh Chauhan) ने बताया कि 4 अगस्त 2023 को शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत (Education Minister Dhan Singh Rawat) की अध्यक्षता में हुई बैठक में शिक्षक महासंघ के 33 बिंदू रखे गए थे। विभागीय अधिकारियों की मौजूदगी में की गई बैठक में सहमति बनी थी कि आगामी दो माह में सभी मांगों पर सकारात्मक रूप अपनाते हुए विभाग द्वारा कार्रवाई की जाएगी। लेकिन अब तक किसी भी तरह की कार्रवाई ना होने के बाद शिक्षक महासंघ अब चरणबद्ध तरीके से प्रदर्शन करने पर मजबूर है।
उन्होंने बताया कि राजकीय शिक्षक संघ (Government Teachers Association) के साथ शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत की दो माह पूर्व हुई बैठक में विभिन्न मांगों पर सहमति बन गई थी। सहमति बनने के बावजूद विभागीय अधिकारियों और शासन का रवैया उदासीन रहा। इसलिए विरोध में पहले दिन काली पट्टी बांधकर स्कूल आए हैं। उन्होंने कहा कि राजकीय शिक्षक संघ उत्तराखंड की प्रांतीय कार्यकारिणी के आह्वान पर आज से शिक्षक आंदोलन शुरू (Uttarakhand teachers movement started) कर रहे हैं। पहले दिन हाथों में काली पट्टी बांध कर बच्चों को पढ़ाएंगे ताकि शासन और प्रशासन की आंखें खुल सके। उन्होंने चेतावनी दी कि काली पट्टी बांधकर विरोध का संज्ञान नहीं लेने पर सरकार के खिलाफ शिक्षक आंदोलन को करने के लिए मजबूर होंगे। बता दे, शिक्षकों की मांगों में पुरानी पेंशन बहाली, सभी स्तरों की पदोन्नति सूची तत्काल जारी किए जाने, 5400 ग्रेट पे को राजपत्रित घोषित करने, ट्रांसफर नीतियों की विसंगतियों को दुरुस्त कर म्यूचल ट्रांसफर की सूची जारी करने का मुद्दा शामिल है।