यूपी के बाद उत्तराखंड में भी सख्ती, 258 धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाए

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उत्तर प्रदेश की तर्ज पर अब उत्तराखंड में भी प्रशासन ने धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकर को लेकर कार्रवाई तेज कर दी गई हैं। पुलिस ने राज्य में धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने का अभियान शुरू कर दिया है। एक जून से चल रहे अभियान में हाईकोर्ट के आदेशों के अनुपालन में पुलिस ने उत्तराखंड में तीन दिनों के भीतर 258 धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर उतरवाए हैं। जबकि कई जगह नोटिस भेजा गया है। वहीं पुलिस ने धर्म गुरुओं से भी पहले लाउडस्पीकर को लेकर बातें की थीं।

हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रदेश भर के सभी 13 जिलों में अवैध तरीके से लगे लाउडस्पीकर को हटाने का अभियान चलाया जा रहा है या फिर उनकी आवाज को तय मानकों के तहत धीमा किया जा रहा हैं। डीजीपी अशोक कुमार ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उत्तराखंड में एक जून से हाईकोर्ट के आदेश पर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत सुनिश्चित किया जा रहा है कि धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकर की आवाज तय मानकों से ज्यादा न हो, इसके साथ ही जहां पर अवैध तरीके से या बिना अनुमति के लाउडस्पीकर लगे हैं उन्हें हटाया जाए फिर चाहे वो किसी भी धार्मिक स्थल पर ही क्यों न लगे हों। उन्होंने ये भी कहा कि पुलिस का ये अभियान आगे भी इसी तरह चलता रहेगा।

पिछले दिनों धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर को लेकर पूरे देश में सवाल उठने शुरू हुए थे। न्यायालयों में तमाम लोगों ने पीआईएल आदि दाखिल कर इन्हें उतरवाने की मांग की थी। ध्वनि प्रदूषण को आधार बनाकर नैनीताल हाईकोर्ट ने भी धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर उतरवाने के आदेश दिए थे। अगर बिना अनुमति के लाउडस्पीकर बजाया तो आप पर 5 हजार से 25 हजार तक जुर्माना लग सकता है। उत्तराखंड पुलिस ने ध्वनि प्रदूषण रोकने के लिए प्रदेश भर में हाईकोर्ट के आदेश के बाद राज्य के सभी 13 जिलों में यह अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत यह देखा जा रहा है कि लाउडस्पीकरों से तय मानकों से ज्यादा ध्वनि प्रदूषण ना हो। इसके अलावा बिना अनुमति के चल रहे सभी लाउडस्पीकर हटाए जा रहे हैं।