उत्तराखंड में इन दिनों जंगल धू-धू कर जल रहे हैं, जिससे लाखों की वन संपदा के साथ ही वन्यजीवों को भी खासा नुकसान पहुंच रहा है। Woman Dies Forest Fire In Pauri वहीं, दमकल कर्मियों की त्वरित कार्रवाई व सूझबूझ के चलते जंगलों में लगी आग से आवासीय भवनों व वन संपदा को नष्ट होने से बचाया गया। जिला मुख्यालय पौड़ी में इन दिनों जंगलों की वनाग्नि ने रौद्र रूप धारण किया। जिससे इसकी चपेट में आने से एक अधेड़ महिला बुरी तरह से झुलस गई। परिजनों उसे आनन-फानन में जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां महिला की स्थिति नाजुक होने के चलते डॉक्टरों ने उसे ऋषिकेश एम्स रेफर कर दिया। बताया जा रहा है कि देर रात महिला ने दम तोड़ दिया। मिली जानकारी के अनुसार, बीते दिन थापली गांव के जंगल में आग लगी थी। इसी बीच आग तेजी से खेतों के समीप तक पहुंच गई।
घर के समीप लगे परखुंडे तक आग को आते देख सावित्री देवी (65) घास को उतारने के लिए दौड़ी और समय रहते घास उतारने लगी। तभी तेज हवा चली और परखुंडा (घास के ढेर) जल उठी। इसी बीच घास के साथ महिला भी झुलस गई। पति कृपाल सिंह व अन्य परिजन आग को बुझाने के दौड़े, लेकिन तब तक महिला बुरी तरह से झुलस चुकी थी। परिजन महिला को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। जहां गंभीर हालत को देखकर चिकित्सकों ने उसे ऋषिकेश एम्स रेफर कर दिया। जिला अस्पताल के एमएस डॉ. अडाबाला विजय बाबू ने बताया कि महिला करीब 80 फीसदी झुलस चुकी थी। हालत को देखते हुए एम्स रेफर कर दिया गया। बताया कि महिला की उपचार के दौरान मौत हो गई। राजस्व उपनिरीक्षक राजेंद्र सिंह ने बताया कि दैवीय आपदा के चलते मौत होने पर महिला को आपदा मद से आर्थिक सहायता दी जाएगी।