Ankita Bhandari Case में क्या हुआ…जिसके के कारण पिता ने चौंकाने वाला आरोप लगाया | Uttarakhand News

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देवभूमि की अंकिता अब मांग रही न्याय… क्या कोई सुनेगा ?
अंकिता के पिता को सताया डर… कही सिस्टम की गलती से बच ना जाए गुनहगार ?
डीएम को लिखी चिट्ठी… जो जिसकी कर रहा मदद.. उसे किया पर्दाफाश

अंकिता भंडारी याद है… या फिर भूल गए… भूल गए तो बस इतनी अपील है… अभी अंकिता को न्याय नहीं मिला है… आपकी भूलने की आदत कही स्वर्ग में बैठी अंकिता भंडारी कही न्याय की बाट ही जोहती ना रह जाए… इसलिए बस इतनी गुजारिश है… अंकिता को अपनी यादों में याद रखिए… वक्त वक्त पर तबतक याद कीजिए जबतक न्याय ना मिल जाए… अब देखिए आपकी और हमारी भूलने की आदत के कारण अंकिता के पिता को एक ऐसा डर सताया है… जिसे उन्होंने डीएम के सामने एक पत्र के जरिए खुलकर इजहार किया है… अंकिता भंडारी हत्याकांड की जांच अभी जारी है…इस बीच अंकिता भंडारी के माता-पिता ने एक गंभीर आरोप सरकारी वकील जितेंद्र रावत लगाया है… ये आरोप ऐसा है… अगर ये सच माना जाए… तो इससे जाहिर होता है वो लोग कितने पावरफुल हैं… जो अपने प्रभाव में सरकारी वकील को भी लेने नहीं चुके…
अंकिता के पिता कह रहे हैं… सरकार की ओर से पैरवी कर रहे विशेष लोक अभियोजक शासकीय अधिवक्ता उनकी बेटी को इंसाफ दिलाने के प्रति गंभीर नहीं हैं… उन्हें केस से तुरंत हटाया जाना चाहिए…अंकिता भंडारी के पिता वीरेंद्र भंडारी ने 1 जून को पौड़ी के डीएम को लिखे पत्र में सरकारी वकील जितेंद्र रावत को हटाने की मांग की है…पत्र में लिखा है कि सरकारी वकील जितेंद्र रावत कोटद्वार की कोर्ट में जारी सुनवाई में गवाहों के बयानों को तोड़ मरोड़ कर अभियुक्तों को फायदा पहुंचा रहा है… और अंकिता के साथ हुए दुर्व्यवहार को मात्र छेड़छाड़ में दर्ज करवाने की कोशिश कर रहा है…पत्र में कहा गया है कि एक गवाह विवेक आर्य ने कोर्ट में गवाही दी है कि अभियुक्तों ने अंकिता को नजरबंद कर बलात्कार किया… जबकि सरकारी वकील कोर्ट में सही तथ्य पेश करने के बजाय छेड़छाड़ का उल्लेख कर रहा है…
अभियुक्तों का नार्को टेस्ट भी होना था… लेकिन वो भी कानूनी उलझनों में उलझ गया… इस बहुचर्चित हत्याकांड के बाद अंकिता के परिजन लगातार न्याय की मांग कर रहे है… इस बीच, सरकारी वकील को लेकर अंकिता भंडारी के पिता के नये पत्र ने कई सवालों को जन्म दे दिया है…इससे पहले भी अंकिता के पिता ने एक सरकारी वकील पर उंगली उठाई थी… जिसे बाद में हटा दिया गया था…गौरतलब है कि बीते सितम्बर 2022 माह में अंकिता भण्डारी की हत्या के बाद अभियुक्त पुलकित आर्य समेत अन्य अभियुक्त पौड़ी जेल में बंद है… इस मामले में वीआईपी का भी उल्लेख हुआ था। पुलिस वीआईपी का भी पता नहीं लगा पायी है… अंकिता के दोस्त ने वन्तरा रिसॉर्ट में सुरक्षा गार्ड और बाउंसर से घिरे एक वीआईपी का उल्लेख किया था… अंकिता ने भी अभियुक्तों पर वीआईपी सर्विस देने का आरोप लगाया था…बहरहाल अंकिता के पिता ने 5 जून तक सरकारी वकील को सुनवाई से हटाने की मांग की है… ऐसा न होने पर 6 जून से डीएम दफ्तर परिसर में धरना देने की चेतावनी दी है…