सावधान! वर्क फ्रॉम होम के नाम पर चल रहा है बड़ा स्कैम, अगला नंबर आपका तो नहीं

उत्तराखंड एसटीएफ ने करोड़ों चीनी निवेश घोटाले का भंडाफोड़ किया है। ऑनलाईन वर्क फ्रॉम होम के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले एक गिरोह के सरगना सहित 03 सदस्यों को गुड़गांव हरियाणा से गिरफ्तार किया है।

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सोशल मीडिया की ताकत के बारे में तो सभी जानते हैं लेकिन आजकल सोशल मीडिया पर लोगों को घर बैठे पैसे कमाने का भी मौका मिल रहा है। Cyber Thug Arrested From Haryana आप में से कई लोगों के पास भी सोशल मीडिया पर कई ऐसे मैसेज आते होंगे जो कि घर बैठे पैसे कमाने का ऑफर देते हैं। लेकिन ऐसे विज्ञापनों के झांसे में आने से पहले पूरी सच्चाई जान लें। क्योंकि यह विज्ञापन पैसे कमाने का नहीं, बल्कि आपके अकाउंट को खाली करने का एक नया तरीका है। उत्तराखंड एसटीएफ ने ऑनलाइन वर्क फ्रॉम होम के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले एक गिरोह के सरगना सहित 3 सदस्यों को एसटीएफ की टीम ने गुरुग्राम (हरियाणा) से गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पूछताछ में अपना नाम शौकीन,सुभाष शर्मा और मुकुल गोधारा बताया है। आरोपियों के कब्जे से 5 मोबाइल फोन, 5 क्रेडिट कार्ड, 9 एटीएम कार्ड और 2 आधार कार्ड बरामद हुए हैं।

बता दें कि सरस्वती विहार नेहरु कॉलोनी निवासी महिला ने जून 2024 में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून में केस दर्ज कराया था, जिसमें बताया गया था कि उसे टेलीग्राम के जरिए 12 मई 2024 को एक मैसेज आया था, जिसमें उसे घर से काम करने के लिए प्रोत्साहित किया गया और घर बैठे पैसे कमाने का लालच दिया गया। जिसके बाद वह ग्रुप सदस्यों के बताये अनुसार Harvey Norman नामक इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की नामी कंपनी के एक टेलीग्राम ग्रुप में जुड़ गई, जिसका नाम Harvey’s Appliances Crew 1319 था। इसके बाद आरोपियों की वेबसाइट पर बने पीडिता के अकाउंट में आरोपियों द्वारा लाभ के साथ उसे 19000 रुपए ट्रांसफर किये गए। ग्रुप में जानकारी दी गई कि यदि आपने अपनी कंपनी में बने अकाउंट को रिचार्ज नहीं किया, तो आपके द्वारा कंपनी में जमा किये गये पैसों के नुकसान के जिम्मेदार आप खुद होंगे, जिस कारण टास्क पूरा करने के लिये इनके कहे अनुसार पीड़िता द्वारा अलग-अलग अकाउंट में अलग-अलग धनराशि जमा की गई।

जैसे ही साइट में पीड़िता को लाभ के साथ 41,75,017 रुपए दिखे, तो पीड़िता ने कैश आउट करने का प्रयास किया, तभी उसमें एक अलर्ट मैसेज आया कि आपको 50 प्रतिशत सिक्योरिटी के तौर पर जमा करना होगा। जिस पर महिला द्वारा टेलीग्राम पर मैसेज किया गया तो उनके द्वारा बताया गया कि आपको 50 प्रतिशत सिक्योरिटी के नाम पर जमा करना ही पड़ेगा, तभी आप पैसा निकाल पाएंगी। आरोपियों द्वारा बार-बार और अधिक पैसा जमा करने की बात कहने पर पीड़िता को ठगी का अहसास हुआ। पीड़िता से कुल 21,19,371 रुपए की ठगी हुई है। एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि आरोपियों ने फर्जी बैंक खाते खोले, जिनके उपयोग के लिए बैंक खाता किट्स को भौतिक रूप से दुबई में वितरित किया गया था और आरोपियों ने दुबई में एटीएम से पैसे भी निकाले थे, क्योंकि आरोपियों को हवाई अड्डे पर बड़ी मात्रा में नकदी ले जाने पर पकड़े जाने का डर था। निकाली गई धनराशि को फिर दिरहम (Dirham) में बदलकर USDT और अन्य क्रिप्टोकरेंसी खरीदी गई।