Kedarnath Helicopter Crash: केदार घाटी में मंगलवार 18 अक्टूबर का दिन सात लोगों के लिए अमंगल वाला साबित हुआ। हेलीकॉप्टर क्रैश में पायलट समेत सात यात्रियों की मौत हो गई। ये यात्री गुजरात और तमिलनाडु के रहने वाले थे। इस दुर्घटना पर देश भर में शोक की लहर है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत तमात गणमान्य लोगों ने घटना के प्रति दुख व्यक्त किया है। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सी रविशंकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केदारनाथ हेलीकॉप्टर क्रैश की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस हादसे में मुंबई के पायलट अनिल सिंह समेत छह अन्य लोगों की मौत हो गई। हादसे में गुजरात के तीन यात्री, कर्नाटक से तीन यात्रियों की मौत हुई है।
केदारनाथ में मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि खराब मौसम और घाटी में छाया कोहरा दुर्घटना का कारण बना। हेलीकॉप्टर के एमआई-26 हेलीपैड से मस्ता के लिए उड़ान भरने से पहले ही मौसम खराब होने लगा था। घाटी में चारों तरफ कोहरा छाया हुआ था। बावजूद इसके पायलट ने हेलीकॉप्टर की उड़ान भरने का जोखिम उठा लिया। हेलीकॉप्टर क्रैश होते ही इतनी तेज धमाका हुआ कि वहां मौजूद लोग खौफ में आ गए। क्रैश होते ही हेलीकॉप्टर के परखच्चे उड़ गए और आग लग गई। हेलीकॉप्टर के गिरते ही शव इधर-उधर बिखर गए कई प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि वहां रह-रह कर बारिश हो रही थी। अब सवाल यह है कि अगर केदानरनाथ में मौसम खराब था तब हेलिकॉप्टर को उड़ने की इजाजत किसने दी। यह एक निजी कंपनी का हेलिकॉप्टर था। हादसे में पायलट समेत 7 लोगों की मौतों का जिम्मेदार कौन है?
यूकाडा सीईओ सी रविशंकर ने बताया कि प्रथम दृष्टया हादसा खराब मौसम की वजह से होना प्रतीत नजर आ रहा है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि केदारनाथ में मौसम हमेशा प्रतिकूल बना रहता है। जिसे देखते हुए पायलट को खुद इस बात का फैसला करना होता है कि फ्लाई ली जाए या नहीं। फिलहाल, केदारनाथ में हेली सेवाओं पर अस्थाई रोक लगाई गई है। पीएम मोदी के दौरे से पहले हेलीकॉप्टर क्रैश की घटना के बाद प्रशासन को सुरक्षा व्यवस्था पर लेकर एक बार फिर से नई ड्रिल करनी होगी। पीएमओ से आई एक टीम ने केदारनाथ धाम का निरीक्षण भी किया था । इस दौरान बदरी-केदार मंदिर समिति के अधिकारियों को पीएम के दौरे को लेकर विशेष दिशा निर्देश दिए गए।
Uttarakhand Civil Aviation Development Authority, UCADA CEO C Ravishankar