Earthquake: उत्तराखंड में कभी भी आ सकता है बड़ा भूकंप, वैज्ञानिक ने किया चौंकाने वाला दावा

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Earthquake in Uttarakhand: उत्तराखंड में बीते दिन एक बार फिर से धरती डोली। दिल्ली एनसीआर के साथ-साथ पूरे उत्तराखंड में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इस भूकंप से देवभूमि कांप गई और इसी को देखते हुए अब वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान के वरिष्ठ विज्ञानी डा आरजे पेरुमल (Dr RJ Perumal) ने दवा किया है। उहोंने बताया कि, वर्ष 2022 और 2023 में अब तक तीन बार 6 मैग्नीट्यूड के आसपास का भूकंप आ चुका है। इस तीव्रता के भूकंप को धरती के नीचे चल रही हलचल के लिहाज से सकारात्मक तौर पर देखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि इंडियन और यूरेशियन प्लेट (Indian and Eurasian Plate) के टकराने के प्रभावों का जीपीएस के माध्यम से अध्ययन किया गया। इसमें पाया गया कि धरती के नीचे बड़ी मात्रा में एनर्जी स्टोर हो गई है। इस एनर्जी का धीरे-धीरे निकलना आवश्यक है, अन्यथा यह बड़े भूकंप का खतरा पैदा कर देगी। प्लेटों के आपस में टकराने से धरती के नीचे फ्रैक्चर हो गया है।

उत्तराखंड के कई जिले लाक जोन में हैं। इस कारण यहां पर एनर्जी बाहर नहीं निकल पा रही है। बताया, कम तीव्रता के भूकंप से एनर्जी स्टोरेज कम होगा, तो बड़े भूकंप का खतरा टल जाएगा। उन्होंने चेताते हुए यह भी कहा कि बार-बार इस तरह भूकंप के आने से किसी बड़े भूकंप का खतरा भी बना हुआ है, लेकिन यह कब आएगा, इसे कहा नहीं जा सकता। नेपाल में भूकंप के चार झटके लगे तो उत्तराखंड के सभी जिलों में भूकंप के झटके दर्ज किए गए, हालांकि कहीं भी किसी प्रकार के जान-माल की सूचना नहीं है। उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (Uttarakhand State Disaster Management Authority) के अधिकारियों ने बताया कि नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी से मिली जानकारी के अनुसार भूकंप का केंद्र नेपाल में था और इसकी तीव्रता 6.2 व गहराई पांच किलोमीटर आंकी गई।