पहाड़ी राज्य उत्तराखंड के होनहार युवा वाशिंदे आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। Bobby Dhami selected Indian hockey team इतना ही नहीं यहां के नौनिहालों ने भी सफलता के ऊंचे ऊंचे मुकाम हासिल कर न केवल अपने परिजनों का मान बढ़ाया है बल्कि अनेकों बार समूचे प्रदेश को भी गौरवान्वित होने का सुनहरा अवसर प्रदान किया है। आज हम आपको राज्य के एक और ऐसे ही होनहार बेटे से रूबरू कराने जा रहे हैं जिसका चयन देश के हॉकी टीम के लिए हुआ है। पिथौरागढ़ के छोटे से गांव के बॉबी ने प्रदेश के युवाओं के सामने मिसाल पेश की है। अब वह अपनी प्रतिभा के दम पर देश-प्रदेश का नाम रोशन करने को तैयार है। बॉबी मूल रूप से पिथौरागढ़ के ग्राम कत्यानी निवासी है।
बॉबी ने टनकपुर में रहकर अपने मां से हॉकी खेलना सीखा था। बॉबी के पिता श्याम सिंह धामी घर में खेती-बाड़ी कर गुजारा करते हैं, जबकि मां पिथौरागढ़ में ही गेस्ट टीचर के रूप में कार्यरत है। बॉबी के मामा और टनकपुर स्टेडियम के हॉकी कोच प्रकाश सिंह गोत ने बताया कि बॉबी पिथौरागढ़ से पांचवी पास करने के बाद 2008 में मैच 8 साल की उम्र में टनकपुर आ गया था। हॉकी की प्रारंभिक बारीकियां बॉबी ने उनसे ही सीखी। उन्होंने बताया कि 2 साल बाद वह पढ़ाई के लिए महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज देहरादून चला गया। बॉबी के मामा को उसकी लगन और मेहनत देखकर यकीन था कि एक दिन जरूर उनके भांजे का भारतीय हॉकी टीम में चयन होगा।